Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एसएन मेडिकल कॉलेज में पीएचडी की छात्रा के सुसाइड करने की कोशिश के मामले में गठित की गई एएमयू की जांच टीम ने अभी 2 दिन का और समय मांगा है, तब कहीं जाकर रिपोर्ट सबमिट होगी.
एएमयू की जांच कमेटी ने मांगे 2 दिन
23 मई को एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में एचडी की छात्रा के द्वारा 16 गोलियां नींद की खाकर सुसाइड करने के प्रयास के मामले में एएमयू कुलपति प्रोफेसर तारिक़ मंसूर ने स्टैटिक्स ऑफ ऑपरेशन रिसर्च डिपार्टमेंट के प्रोफेसर हाजी अली और डॉक्टर सुबुही खान के नेतृत्व में 2 सदस्य फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की थी. कमेटी अभी तक मामले की पूरी जांच नहीं कर पाई है. इसलिए कमेटी ने 2 दिन का समय और मांगा है ताकि जांच पूरी हो सके.
सुपरवाइजर और को-सुपरवाइजर पर आरोप
संभल के सराय तरीम निवासी छात्रा नबीला खानम एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के फैकल्टी आफ मेडिसिन के इंटरिडस्पलिनरी ब्रेन रिसर्च सेंटर यूनिट से पीएचडी की छात्रा है. छात्रा ने 23 मई को नींद की 16 गोलियां खा ली थी, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई थी. छात्रा को गंभीर हालत में जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. छात्रा को पीएचडी करते हुए पांच साल हो गए थे. इंटरव्यू के साथ थीसिस जमा होनी थी. छात्रा ने आरोप लगाया था कि सुपरवाइजर और को-सुपरवाइजर जानबूझकर पीएचडी पूरी नहीं होने दे रहे. इसलिए नींद की गोली खाईं थीं.
Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एसएन मेडिकल कॉलेज में पीएचडी की छात्रा के सुसाइड करने की कोशिश के मामले में गठित की गई एएमयू की जांच टीम ने अभी 2 दिन का और समय मांगा है, तब कहीं जाकर रिपोर्ट सबमिट होगी.
एएमयू की जांच कमेटी ने मांगे 2 दिन
23 मई को एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में एचडी की छात्रा के द्वारा 16 गोलियां नींद की खाकर सुसाइड करने के प्रयास के मामले में एएमयू कुलपति प्रोफेसर तारिक़ मंसूर ने स्टैटिक्स ऑफ ऑपरेशन रिसर्च डिपार्टमेंट के प्रोफेसर हाजी अली और डॉक्टर सुबुही खान के नेतृत्व में 2 सदस्य फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की थी. कमेटी अभी तक मामले की पूरी जांच नहीं कर पाई है. इसलिए कमेटी ने 2 दिन का समय और मांगा है ताकि जांच पूरी हो सके.
सुपरवाइजर और को-सुपरवाइजर पर आरोप
संभल के सराय तरीम निवासी छात्रा नबीला खानम एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के फैकल्टी आफ मेडिसिन के इंटरिडस्पलिनरी ब्रेन रिसर्च सेंटर यूनिट से पीएचडी की छात्रा है. छात्रा ने 23 मई को नींद की 16 गोलियां खा ली थी, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई थी. छात्रा को गंभीर हालत में जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. छात्रा को पीएचडी करते हुए पांच साल हो गए थे. इंटरव्यू के साथ थीसिस जमा होनी थी. छात्रा ने आरोप लगाया था कि सुपरवाइजर और को-सुपरवाइजर जानबूझकर पीएचडी पूरी नहीं होने दे रहे. इसलिए नींद की गोली खाईं थीं.