17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

President Election Result : सांविधानिक प्रधान है राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की नियुक्ति सहित ये हैं अधिकार

Advertisement

President Election Result 2022 : भारत में संसदीय प्रणाली की सरकार है. यहां की कार्यपालिका अर्थात सरकार संसद के प्रति उत्तरदायी है, जहां जनता के प्रतिनिधित्व चुनकार आते हैं. सांविधानिक तौर पर तो राष्ट्रपति सरकार का प्रमुख होता है, लेकिन वह शासन संबंधी सभी कार्य प्रधानमंत्री की सलाह पर करता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

भारत का राष्ट्रपति देश का सांविधानिक प्रधान है, यानी वह देश का सबसे सशक्त व्यक्ति है . वह कार्यपालिका का प्रधान होता है और उसके आदेश पर कार्यपालिका कार्य करती है. कार्यपालिका देश की सरकार होती जो चुनकर आती है.

- Advertisement -

भारत में संसदीय प्रणाली की सरकार

भारत में संसदीय प्रणाली की सरकार है. यहां की कार्यपालिका अर्थात सरकार संसद के प्रति उत्तरदायी है, जहां जनता के प्रतिनिधित्व चुनकार आते हैं. सांविधानिक तौर पर तो राष्ट्रपति सरकार का प्रमुख होता है, लेकिन सच्चाई यह है कि राष्ट्रपति शासन संबंधी सभी कार्य प्रधानमंत्री की सलाह पर करता है.

प्रधानमंत्री में निहित हैं सारी शक्तियां

संविधान की धारा 74 (1) में यह व्‍यवस्‍था की है कि राष्‍ट्रपति की सहायता के एक मंत्रिमंडल होगा जिसका प्रधान प्रधानमंत्री होगा और उनकी सलाह पर ही राष्ट्रपति तमाम कार्य करेंगे. इसका आशय यह है कि संवैधानिक रूप से राष्ट्रपति भले ही देश का प्रधान हो, लेकिन उसके अधिकार प्रधानमंत्री के पास हैं और वही उनका उपयोग करता है.

राष्ट्रपति के प्रमुख अधिकार

भारत का राष्ट्रपति एक गरिमा और सम्मान से परिपूर्ण पद है, जिसका सम्मान पूरे देश में है. भले ही कार्यपालिका के तमाम अधिकार प्रधानमंत्री में निहित हैं, लेकिन कई बार प्रधानमंत्री की नियुक्ति के वक्त वह भी तब जबकि किसी सरकार को बहुमत प्राप्त ना हो, राष्ट्रपति की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है. अभी तक देश में यह परंपरा रही है कि अगर किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत ना हो तो राष्ट्रपति ने सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया, लेकिन इस निर्णय में राष्ट्रपति अपने विवेक से निर्णय ले सकते हैं. वे यह तय कर सकते हैं कि कौन सी पार्टी की सरकार ज्यादा स्थिर होगी और किसे मौका दिया जाना चाहिए. वीपी सिंह जब 1989 में प्रधानमंत्री बने थे, उस वक्त कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी थी, राष्ट्रपति आर वेंकटरमण ने कांग्रेस को पहले सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया, जब कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई तो वीपी सिंह को न्यौता दिया गया. ऐसे और भी उदाहरण देखने को मिलते हैं.

इमरजेंसी घोषित करने का अधिकार

राष्ट्रपति के पास देश में आपातकाल घोषित करने का अधिकार भी है, वे तीन परिस्थितियों में आपातकाल की घोषणा कर सकते हैं. राष्ट्रीय आपातकाल, जिसके तहत 1975 में इमरजेंसी की घोषणा की गयी थी. वहीं राज्यों में जब सरकार फेल हो जाती है तो वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है और तीसरा है वित्तीय आपातकाल. देश में इस आपातकाल को अबतक नहीं लगाया गया है.

राष्ट्रपति के प्रमुख अधिकार

देश के राष्ट्रपति का मूल कर्तव्य कार्यकारी शक्तियों का निर्वहन करना है. वे प्रधानमंत्री की नियुक्ति के साथ ही वे सेना के प्रमुखों की नियुक्ति भी करते हैं. राष्ट्रपति के पास संविधान के संरक्षण का दायित्व भी है. इन कार्यों को वे कई बार अपने विवेक से तय करते हैं. कोई भी अधिनियम उनकी मंजूरी के बिना पारित नहीं हो सकता. वो मनी बिल को छोड़कर किसी भी बिल को पुनर्विचार के लिए लौटा सकते हैं.

Also Read: Rashtrapati Chunav Result: कौन होगा देश का 15वां राष्‍ट्रपति ? जानें चुनाव की पूरी प्रक्रिया

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें