21.1 C
Ranchi
Tuesday, February 11, 2025 | 10:21 pm
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई ने नियुक्ति समिति के दो पूर्व सदस्यों को किया गिरफ्तार

Advertisement

ईडी के बाद अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उपरोक्त मामले में डब्ल्यूबीएसएससी की नियुक्ति समिति के पूर्व सलाहकार डॉ शांति प्रसाद सिन्हा और डब्ल्यूबीएसएससी के पूर्व सचिव अशोक कुमार साहा को गिरफ्तार किया है. इस मामले में सीबीआई की ओर से की गयी यह पहली गिरफ्तारी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

West Bengal SSC Scam: पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के जरिये स्कूलों में होने वाली नियुक्तियों में घोटाले की आग की लपट पहले ही पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी तक पहुंच चुकी है. मामले में धनशोधन पहलू की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पार्थ और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को पिछले महीने ही गिरफ्तार किया था.

सीबीआई की ओर से पहली गिरफ्तारी

ईडी के बाद अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उपरोक्त मामले में डब्ल्यूबीएसएससी की नियुक्ति समिति के पूर्व सलाहकार डॉ शांति प्रसाद सिन्हा और डब्ल्यूबीएसएससी के पूर्व सचिव अशोक कुमार साहा को गिरफ्तार किया है. इस मामले में सीबीआई की ओर से की गयी यह पहली गिरफ्तारी है.

Also Read: पश्चिम बंगाल के निलंबित मंत्री पार्थ चटर्जी के खाने की फरमाइशों से जेल प्रबंधन परेशान


गिरफ्तारी के पहले हुई थी पूछताछ

सिन्हा और साहा की गिरफ्तारी के पहले सीबीआई ने दोनों से घंटों पूछताछ की थी. दोनों को बुधवार को यहां सीबीआई कार्यालय में बुलाया गया था. उनसे कई सवाल पूछे गये. सूत्रों के अनुसार, सीबीआई अधिकारियों ने सिन्हा से यह जानने की कोशिश की कि डब्ल्यूबीएसएससी की नियुक्ति के संबंध में समिति द्वारा लिये गये फैसलों में किन लोगों की भूमिका रही थी? डब्ल्यूबीएसएससी की सलाहकार समिति क्यों बनायी गयी? किसके निर्देशन में इस समिति का गठन हुआ? समिति के सदस्य कौन होंगे, यह किसने तय किया? डब्ल्यूबीएसएससी सलाहकार समिति को किसने नियंत्रित किया? समिति के नियंत्रण में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की भूमिका क्या थी? पूछताछ के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गयी. पूछताछ में उनके दिये बयान में विसंगतियां मिलते ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

Also Read: WBSSC Scam : पश्चिम बंगाल में भाजपा का प्रदर्शन, पार्थ चटर्जी की तस्वीर पर लगाया 2000 रुपये का नोट
हाईकोर्ट के निर्देश पर शिक्षक भर्ती घोटाला की जांच कर रही सीबीआई

गौरतलब है कि कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर डब्ल्यूबीएसएससी के जरिये स्कूलों में हुई नियुक्तियों के घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी में सिन्हा और साहा के अलावा डब्ल्यूबीएसएससी नियुक्ति समिति के पूर्व सदस्य व एसएससी के तत्कालीन प्रोग्रामिंग ऑफिसर समरजीत आचार्य, एसएससी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर सौमित्र सरकार, पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ कल्याणमय गांगुली का नाम भी शामिल है. उनके खिलाफ भारतीय दंड विधान की धाराओं 120(बी), 417, 465 व 34 व प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट (अमेंडमेंट), 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें