13.6 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 02:22 am
13.6 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

‘मनमोहन सिंह असाधारण व्यक्ति, लेकिन UPA के दौर में भारत ‘ठहर’ सा गया था’, बोले नारायण मूर्ति

Advertisement

सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति ने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के वक्त जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के पद पर काबिज थे, उस वक्त भारत में आर्थिक गतिविधियां ‘ठहर’ गईं थीं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति ने ऐसी बात कही है जिसकी चर्चा जोरों पर हो रही है. उन्होंने यूपीए सरकार के अंतिम वर्षों के कार्यकाल को लेकर सवाल उठाया है साथ ही निर्णय लेने में देरी पर अफसोस जनक करार दिया है. हालांकि, उन्होंने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को असाधारण व्यक्ति बताया है. नारायण मूर्ति ने ये बातें भारतीय प्रबंधन संस्थान – अहमदाबाद (आईआईएम-ए) में युवा उद्यमियों और छात्रों के साथ बातचीत के दौरान कही.

- Advertisement -

सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति ने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के वक्त जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के पद पर काबिज थे, उस वक्त भारत में आर्थिक गतिविधियां ‘ठहर’ गईं थीं और समय पर निर्णय लेने की बात उस वक्त नहीं देखी गयी. आगे उन्होंने भरोसा जताया कि यंग माइंड भारत को चीन का एक योग्य प्रतिस्पर्धी बनाने की क्षमता रखता है.

मनमोहन सिंह एक असाधारण व्यक्ति थे

एन आर नारायण मूर्ति ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं लंदन में (2008 और 2012 के बीच) एचएसबीसी के बोर्ड में था. पहले कुछ वर्षों में, जब बोर्डरूम (बैठकों के दौरान) में चीन का दो से तीन बार उल्लेख किया गया, तो भारत का नाम एक बार आता था.” मूर्ति ने आगे कहा कि लेकिन दुर्भाग्य से, मुझे नहीं पता कि बाद में (भारत के साथ) क्या हुआ. (पूर्व पीएम) मनमोहन सिंह एक असाधारण व्यक्ति थे और मेरे मन में उनके लिए बहुत सम्मान है. लेकिन यूपीए के दौर में भारत ठहर गया था. निर्णय नहीं लिए जा रहे थे.

Also Read: भारत को कमजोर बनाने वाले मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था पर दिया गैरजिम्मेदाराना बयान, निर्मला सीतारमण ने कहा
दुनिया में भारत के लिए सम्मान का भाव

जब उन्होंने एचएसबीसी (2012 में) छोड़ा, तो बैठकों के दौरान भारत का नाम शायद ही कभी आता था, जबकि चीन का नाम लगभग 30 बार लिया गया. एन आर नारायण मूर्ति ने कहा कि आज दुनिया में भारत के लिए सम्मान का भाव है और देश अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है.

भाषा इनपुट के साथ

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें