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Nawada: स्मार्ट मीटर ने महादलित लोगों का किया जीना मुहाल, कमाई का आधा हिस्सा रिचार्ज करने में हो रहा खर्च

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नवादा जिले के महादलित टोला के दर्जनों उपभोक्ताओं का घर में बिना बिजली के अंधेरा छाया हुआ है. इसका कारण है स्मार्ट बिजली मीटर का बिल क्योंकि महादलित टोला में लोगों की कमाई का आधा हिस्सा बिजली भुगतान में चला जा रहा है

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नवादा जिले के नवसृजित नगर पंचायत के सती स्थान स्थित महादलित टोला सहित नगरवासियों के लिए स्मार्ट बिजली मीटर सर दर्द बना हुआ है. महादलित टोलों में स्मार्ट मीटर के कारण वहाँ के लोगों की कमाई का आधा बजट बिजली भुगतान में चला जा रहा है. इससे उन लोगों का जीना मुहाल हो गया है. ऐसी स्थिति बनी हुई है कि वे दिहाड़ी मजदूरी कर कमाए हुए पैसों से खाएंगे या बच्चों को पढ़ाएंगे या फिर स्मार्ट बिजली मीटर द्वारा बढ़े बिल का भुगतान करेंगे. यहां के दर्जनों उपभोक्ताओं का घर में बिना बिजली के अंधेरा छाया हुआ है.

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महादलित मोहल्ला निवासी उपभोक्ता बीरेंद्र राजवंशी ने बताया कि मेरे घर का बिजली बिल प्रत्येक माह जमा किया जाता था. इसके बावजूद 1 लाख 25 हजार का बिजली भेज दिया गया. जिसे सुधरवाने गए तो 57000 रुपये जमा करने की बात कही गई. बीते एक सप्ताह से वे एवं उनका परिवार बिना बिजली के जी रहे हैं.

उपभोक्ता वृद्ध महिला पार्वती देवी ने बताया कि मेरा बेटा और पोता रिक्शा चलाकर बोरा ढ़ोता है. हमारे जमाने में 60 रुपये प्रति माह बिजली बिल दिया जाता था. धीरे-धीरे यह बढ़कर 500 रुपये तक आया, किन्तु स्मार्ट मीटर लगते ही बिजली बिल तीन से चार गुना बढ़ गया. ऐसी स्थिति में हम गरीब लोग खाएंगे या बच्चों को पढ़ाएंगे या फिर स्मार्ट मीटर में रिचार्ज करवाएंगे. साथ ही कहा कि बीते 8 दिनों से घर में बिजली नहीं है. सरकार द्वारा पहले महादलितों को बिजली कनेक्शन मुफ्त दिया गया. अब मनमाने ढंग से बिजली बिल की वसूली की जा रही है .यहां कोई बिजली पदाधिकारी गरीबों का सुनने वाला नहीं है.

पीड़ित उपभोक्ता उमेश राजवंशी ने बताया कि उसके घर में बिजली बीते 10 महीने से नहीं है. उन्होंने बताया कि बिजली कर्मचारियों द्वारा 48000 रुपये पुराना बिजली बिल बकाया का नोटिस देकर बिजली काट दी गई. कई बार बिजली बिल सुधरवाने को लेकर बिजली विभाग के वरीय पदाधिकारी से मिला किंतु कोई सुधार नहीं की गई. इस कारणवश बीते 10 महीनों से परिवार समेत अंधेरे में जीवन बिताने को मजबूर हैं.

उपभोक्ता रंजू देवी ने बताई कि मेरे घर में पहले पुराना मीटर लगा हुआ था.स्मार्ट मीटर लगने से बिजली बिल अनाप सनाप आ रहा है.बीते सप्ताह 50000 हजार का बिजली बिल आया.जब बिजली ऑफिस शिकायत दर्ज करने गए तो वहां मौजूद कर्मचारी कागज फेंक दिया और डांट कर ऑफिस से भगा दिया.

उपभोक्ता शिला देवी ने बताई कि वे किसी काम से बाहर गई हुई थी.इसी बीच स्मार्ट मीटर लगाने वालों ने जबरन बहू से मोबाइल लेकर मीटर लगाकर चला गया.साथ ही बताई कि प्रत्येक सप्ताह कम से कम 500 रुपये का रिचार्ज मजबूरी में कराना पड़ रहा है.

उपभोक्ता कुसुमी देवी ने बताई कि स्मार्ट मीटर लगाने पर कम बिजली बिल आने का झांसा देकर मीटर लगाया गया.जबकि पहले की अपेक्षा तीन गुना से भी अधिक बिजली बिल का रिचार्ज करवाना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि उनके घर में घर में सिर्फ बल्ब एवं पंखा का उपयोग होता है.

उपभोक्ता अनिता देवी ने बताई कि रिचार्ज के आभाव में बीते चार दिनों से उनके घर में अंधेरा छाया हुआ है. उन्होंने बताया कि अंधेरे में खाना बनाने के दौरान एक बच्चा का हाथ चूल्हे में जाने से झुलस गया है. वहीं उपभोक्ता बुग्गी देवी, बिपिन कुमार शर्मा, दीपक रामाणी, संजय राजवंशी, रामप्रवेश कुमार, दिनेश प्रसाद एवं सरयू राजवंशी के अलावा दर्जनों उपभोक्ताओं ने बताया कि वे लोग दिहाड़ी मजदूरी कर बहुत मुश्किल से अपने परिवारों का पालन-पोषण कर रहे हैं. ऐसे में कमाई का आधा हिस्सा बिजली बिल में चला जायेगा. तो वे लोग कैसे जी पाएंगे. उन्होंने बताया कि बिजली के अलावे घरेलू गैस एवं अन्य खाद्य पदार्थ भी काफी मंहगे दर पर खरीदने पड़ते हैं. स्मार्ट बिजली मीटर के चक्कर में नौनिहालों का पढ़ाई भी बहुत प्रभावित हो रही है.

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