मध्यप्रदेश में उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का चैलेंज स्वीकार कर अपना 32 किलो वजन कम कर लिया. इसे लेकर दावा किया कि इस लक्ष्य को हासिल कर अब वह देश के सबसे महंगे सांसद हो गए हैं. जबकि फरवरी 2022 में नितिन गडकरी ने मंच पर ही सांसद को वजन कम करने का टास्क दिया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह जितना वजन कम करेंगे, प्रति किलो एक हजार करोड़ की परियोजना उनके क्षेत्र के विकास के लिए होगी. मंत्री के वादे के अनुसार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फिलहाल उनके लोकसभा क्षेत्र के लिए 2300 करोड़ की परियोजना को मंजूरी दे दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिट इंडिया कैंपेन शुरू किया था. इसी कैंपेन के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उज्जैन में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. जहां उन्होंने सांसद अनिल फिरोजिया को वजन कम करने का चैलेंज दिया और सांसद फिरोजिया ने चैलेंज स्वीकार करते हुए अपना 32 किलो वजन घटाया है. उन्होंने महज तीन महीने में ही 12 किलो वजन कम किया. जबकि चार महीने में 20 किलो और वजन कम करते हुए केंद्रीय मंत्री को 32 किलो वजन होने की जानकारी भेजी. उन्होंने बताया कि जब उन्हें केंद्रीय मंत्री ने टास्क दिया था, तब वह 130 किलो के थे. लेकिन अब उनका वजन 98 किलो है.
Madhya Pradesh | I accepted the challenge and I have lost almost 32 kgs. I met Union Minister Nitin Gadkari and told him and he was very happy to know about it. As promised, he has approved development plans worth Rs 2,300 crores for the region: Ujjain MP Anil Firojiya (17.10) https://t.co/0Xxv3P0rgo pic.twitter.com/CJe0BOpsvv
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) October 17, 2022
सांसद फिरोजिया ने बताया कि केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भी अपना वादा पूरा करते हुए उन्हें उज्जैन लोकसभा क्षेत्र में विकास परियोजनाओं के लिए 32 हजार करोड़ रुपए देने की बात कही. इसमें से उन्होंने 2300 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. बाकी रकम की परियोजना भी जल्द ही उनके चुनाव क्षेत्र को दे दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि से वह देश के सबसे महंगे सांसद बन गए है.
फिरोजिया ने बताया कि उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए स्टेज पर ही इस टास्क को स्वीकार किया था. लेकिन चिंता थी कि इसे पूरा कैसे किया जाए. हालांकि उनकी पत्नी और बेटी ने वजन कम करने में पूरा साथ दिया. इस दौरान उनकी डाइट का पूरा ख्याल रखा गया और नियमित वर्कआउट के लिए प्रेरित किया गया. आज उनके सहयोग से सासंद न केवल टास्क पूरा कर पाएं, बल्कि अपने क्षेत्र के विकास के लिए 3200 करोड़ की परियोजनाओं के हकदार भी बन गए.
सांसद की डाइट की बात करें तो वो हल्का नाश्ता करते थे, साथ ही आयुर्वेदिक भोजन योजना पर कायम रहे. दोपहर के भोजन और रात के खाने के लिए मिक्स साग, एक कटोरी हरी सब्जी और विभिन्न अनाजों से बनी एक रोटी का खाते थे. और बीच बीच में सूप पीते थे.