26.1 C
Ranchi
Monday, February 10, 2025 | 08:06 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Congress President Election : क्या खत्म होगा गांधी परिवार का वर्चस्व?

Advertisement

2019 के चुनाव के बाद जब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उस वक्त उन्होंने तीन-चार पेज का ट्‌वीट करते हुए हार की जिम्मेदारी ली थी .

Audio Book

ऑडियो सुनें

देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस को आज अपना नया अध्यक्ष मिल जायेगा हालांकि मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत की खबर आ चुकी है, लेकिन औपचारिक ऐलान अभी नहीं हुआ है. 2019 के चुनाव के बाद जब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उस वक्त उन्होंने तीन-चार पेज का ट्‌वीट करते हुए हार की जिम्मेदारी ली थी . उन्होंने उस वक्त यह कहा था कि कुछ लोग यह कह रहे हैं कि मैं पार्टी का अध्यक्ष तय कर दूं, लेकिन यह काम पार्टी कर लेगी. मेरी पार्टी का इतिहास बहुत समृद्ध रहा है. उस वक्त प्रियंका गांधी ने भी राहुल गांधी के फैसले का समर्थन किया था.

- Advertisement -

छठी बार हो रहा है कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव

कांग्रेस पार्टी का इतिहास 137 साल का रहा है. इस दौरान ऐसा छठी बार हो रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव हो रहे हैं. इससे पहले 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए थे. वर्ष 2000 में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव सोनिया गांधी ने जितेंद्र सिंह को हराकर जीता था. इस बार के चुनाव में गांधी परिवार का कोई व्यक्ति चुनावी मैदान में नहीं है, इसलिए पार्टी को दो दशक के बाद ऐसा व्यक्ति अध्यक्ष के रूप में मिलेगा जो गांधी परिवार का नहीं होगा. ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या कांग्रेस पार्टी से गांधी परिवार का वर्चस्व खत्म होने की ओर है? राहुल गांधी को राजनीति का माहिर खिलाड़ी नहीं माना जाता है और प्रियंका की इंट्री देर से हुई है.

1939 में सुभाषचंद्र बोस जीते थे चुनाव

1939 में कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाषचंद्र बोस बने थे उन्होंने महात्मा गांधी के प्रतिनिधि उम्मीदवार पट्टाभिसीतारमैया को हराया था. 1950 में पुरुषोत्तम दास टंडन अध्यक्ष बने. 1977 में कासू ब्रह्मानंद रेड्डी चुनाव जीते थे. 2000 में सोनिया गांधी चुनाव जीतकर अध्यक्ष बनी थीं.

आजादी के बाद पार्टी पर रहा नेहरू-गांधी परिवार का एकाधिकार

देश की आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी पर एक तरह से नेहरू-गांधी परिवार का प्रभुत्व रहा. हालांकि कई ऐसे अध्यक्ष हुए जिन्होंने इस परिवार का ना होते हुए भी अपनी छाप छोड़ी. इनमें कामराज का नाम सबसे पहले आता है. इन्होंने पार्टी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई और उनका कामराज प्लान आज भी चर्चा में रहता है.

राहुल के इनकार के बाद हो रहा चुनाव

दो दशक से भी ज्यादा समय तक कांग्रेस अध्यक्ष रहने के बाद सोनिया गांधी यह चाहती थीं कि राहुल गांधी ही पार्टी की कमान संभालें. 2017 में राहुल गांधी को पार्टी की कमान मिली भी लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राहुल ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और दोबारा अध्यक्ष पद स्वीकार करने से मना कर दिया.

लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद नेतृत्व पर उठे सवाल

लोकसभा चुनाव में मिली पार्टी को करारी हार के बाद पार्टी नेतृत्व पर कई सवाल खड़े हुए. पार्टी के अंदर से ही विरोध की आवाज उठी. जी-23 बना, कपिल सिब्बल, शशि थरूर, गुलाम नबी आजाद जैसे नेताओं ने विरोध जताया. विरोध के बाद सोनिया गांधी ने कहा भी था कि मैं, राहुल और प्रियंका पार्टी के तमाम पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं .

मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच हुआ मुकाबला

17 अक्टूबर को हुए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर मैदान में थे. गांधी परिवार से खड़गे की निकटता बतायी जाती है. आज जो परिणाम सामने आये उससे यह स्पष्ट हो चुका है कि खड़गे कांग्रेस के नये अध्यक्ष होंगे. हालांकि उनकी जीत की अभी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है. शशि थरूर ने अपनी हार स्वीकार करते हुए खड़गे को बधाई भी दी है. चुनाव से पहले भी वे कई बार खड़गे की तारीफ कर चुके थे.

Also Read: मार्च-अप्रैल के बीच हो सकते हैं पंचायत चुनाव,मतदाताओं की प्राथमिक सूची आज हो सकती है जारी

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें