24.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 03:39 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

लोहरदगा में आयुष स्वास्थ्य मेला: अधिकारी ने अंग्रेजी दवा से होने वाले नुकसान की दी जानकारी

Advertisement

Ayush Swashthya Mela: बीडीओ मनोरंजन कुमार ने आयुष चिकित्सा के संबंध में बताया कि आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक, योग तथा यूनानी चिकित्सा के माध्यम से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है. आजादी के पहले तथा आजादी के लगभग 10 साल बाद तक कोई चिकित्सक नहीं होते थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Ayush Swashthya Mela: लोहरदगा (Lohardaga District) में आयुष स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया. राष्ट्रीय आयुष मिशन झारखंड (National AYUSH Mission Jharkhand) तथा आयुष मंत्रालय (AYUSH Ministry) भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार से दो दिवसीय आयुष चिकित्सा सह मेगा कैंप का आगाज हुआ. इस दौरान उपस्थित लोगों को आयुष चिकित्सा के तहत चार तरीकों से इलाज की जानकारी दी गयी. साथ ही दवा का निःशुल्क वितरण भी किया गया.

आजादी के 10 साल बाद तक गांवों में नहीं होते थे डॉक्टर

प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मनोरंजन कुमार ने आयुष चिकित्सा के संबंध में बताया कि आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक, योग तथा यूनानी चिकित्सा के माध्यम से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है. आजादी के पहले तथा आजादी के लगभग 10 साल बाद तक कोई चिकित्सक नहीं होते थे. तब जंगली जड़ी-बूटी से वैद्य लोगों का इलाज किया करते थे. उसके बेहतर परिणाम निकलते थे. मानव शरीर को किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं झेलना होता था.

Also Read: 135 वर्ष पुराना है लोहरदगा नगर पर्षद का कार्यालय भवन, चार अंग्रेजों को मिला था अध्यक्ष बनने का अवसर

अंग्रेजी दवाओं के होते हैं कई साइड इफेक्ट्स- बीडीओ

बीडीओ ने कहा कि तब लोग बीमार पड़ते थे. वैद्य इलाज करते थे. थोड़ा वक्त लगता था, लेकिन बीमारी ठीक हो जाती थी. आज कई नयी तरह की बीमारियां हो रही हैं. लोग जल्द से जल्द आराम पाने के लिए अंधाधुंध अंग्रेजी दवाओं का सेवन कर रहे हैं. इसके कई साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं. एक बीमारी को ठीक करने के चक्कर में दूसरी बीमारी की चपेट में आ जा रहे हैं. हमें फिर से आयुष चिकित्सा पद्धति अपनानी होगी.

सीओ ने आयुर्वेद व योग के फायदे गिनाये

अंचल अधिकारी (सीओ) प्रवीण कुमार सिंह ने आयुर्वेद तथा योग उपचार से शरीर को होने वाले लाभ की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि योग से कई जटिल बीमारियों का भी इलाज संभव है. निरंतर योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है. आप बीमारियों से बचे रहते हैं. आपकी इम्यूनिटी विकसित होती है, जिससे आपके शरीर के अंदर बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है.

Also Read: झारखंड: लोहरदगा में मनोकामना मंदिर पर चढ़ा युवक, गुंबद को हथौड़े से तोड़ने लगा

ग्रामीणों का किया गया नि:शुल्क उपचार

इस मेगा कैंप को कई अन्य लोगों ने भी संबोधित किया. मौके पर आयुर्वेदिक चिकित्सक, होमियोपैथिक चिकित्सक, यूनानी चिकित्सकों तथा योग शिक्षकों ने ग्रामीणों का नि:शुल्क उपचार भी किया. आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण भी किया गया. आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ ज्ञानचंद्र पांडे, डॉ ज्योति सिन्हा, यूनानी चिकित्सक आफताब आलम, होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ लक्ष्मी शर्मा, विक्रांत कुमार के अलावा प्रखंड के प्रमुख, उप-प्रमुख के साथ-साथ प्रशासनिक पदाधिकारी भी मौजूद थे.

कुड़ू से अमित कुमार राज की रिपोर्ट

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें