13.1 C
Ranchi
Sunday, February 16, 2025 | 02:28 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार में अब ऑनलाइन मिलेंगे जमीन से जुड़े दस्तावेज, शुरू हुआ 1995 से पहले के दस्तावेजों का डिजिटाइजेशन

Advertisement

निबंधन आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि वर्तमान में हर साल 10 से 11 लाख दस्तावेजों की स्कैनिंग कर उसको वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है. शुरुआती वर्षों में यह संख्या प्रति वर्ष तीन से पांच लाख थी, जिसे बढ़ाया गया है. अब तक करोड़ों दस्तावेज स्कैन कर अपलोड किये जा चुके हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बिहार के निबंधन कार्यालयों में रखे दस्तावेजों के डिजिटाइजेशन की पुन: शुरूआत हो गयी है. वर्ष 1995 से लेकर अब तक के दस्तावेजों को स्कैन कर डिजिटाइज कर वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. अब 1995 से लेकर 1791 यानी करीब 200 वर्षों के दस्तावेजों की स्कैनिंग शुरू की गयी है. चयनित एजेंसी ने 38 में से 31 जिलों में काम शुरू कर दिया है. दस्तावेजों के डिजिटाइजेशन के पश्चात जहां आम लोगों को पुराने दस्तावेजों का रिकॉर्ड उपलब्ध कराने में सुविधा होगी, वहीं लोग खुद भी भूमि जानकारी कॉम कॉम पर खाता खेसरा तौजी नंबर डाल कर अपने दस्तावेज की कॉपी देख सकेंगे.

हर साल 10 लाख से अधिक दस्तावेजों की स्कैनिंग

निबंधन आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि वर्तमान में हर साल 10 से 11 लाख दस्तावेजों की स्कैनिंग कर उसको वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है. शुरुआती वर्षों में यह संख्या प्रति वर्ष तीन से पांच लाख थी, जिसे बढ़ाया गया है. अब तक करोड़ों दस्तावेज स्कैन कर अपलोड किये जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि राज्य के निबंधन कार्यालयों में आजादी और उससे पहले के कई ऐसे दस्तावेज भी पड़े हैं, जिनका ऐतिहासिक महत्व है.

चार कार्यालयों में फ्रैंकिंग मशीन शुरू, 11 अन्य में जल्द

आयुक्त ने बताया कि पटना, पटना सिटी एवं दानापुर अवर निबंधन कार्यालय एवं सिविल कोर्ट पटना में आम जनों की सुविधा के लिए फ्रैंकिंग मशीन के माध्यम 1000 रुपये मूल्य तक के स्टांप उपलब्ध कराये जा रहे हैं. जल्द ही मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, भागलपुर, सहरसा, मुंगेर, गया, सारण (छपरा) एवं दरभंगा जिला निबंधन कार्यालय तथा बारसोई, रोसड़ा एवं शिकारपुर अवर निबंधन कार्यालय में फ्रैंकिंग मशीन के माध्यम से नन ज्यूडिशियल स्टांप उपलब्ध होने लगेंगे. इसको लेकर संबंधित को-ऑपरेटिव बैंकों को निर्देश दिये गये हैं.

Also Read: Bihar : अब घर बैठे ऑनलाइन मंगा सकेंगे अपने जमीन का नक्शा, जानें क्या है प्रोसेस
60 फीसदी दस्तावेज मॉडल डीड से हो रहे रजिस्टर्ड

धनजी ने बताया कि मॉडल डीड के माध्यम से दस्तावेजों की होने वाली रजिस्ट्री बढ़ी है. आम तौर पर सूबे में हर दिन कुल 5000 से 5500 दस्तावेजों की रजिस्ट्री होती है, जिसमें 3500 से अधिक यानि करीब 60 फीसदी दस्तावेज ग्राहक खुद मॉडल डीड के माध्यम से तैयार कराते हैं. इसमें दस्तावेज नवीसों की मदद की जरूरत नहीं होती. धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ायी जायेगी. उन्होंने बताया कि निबंधन विभाग ने अपने निर्धारित राजस्व लक्ष्य 5500 करोड़ के मुकाबले 77.34 फीसदी यानि 4254 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल कर लिया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें