21.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 12:10 pm
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Sports News : व्हिटली ने 1869 के बाद झारखंड में की थी हॉकी की शुरुआत

Advertisement

बहुत कम लोगों को यह पता है कि झारखंड में हॉकी की शुरुआत करनेवाला व्यक्ति एक अंग्रेज था, जिसका नाम एडवर्ड हेमिल्टन व्हिटली था. एडवर्ड हेमिल्टन व्हिटली, एंग्लिकन मिशन (एसपीजी मिशन, छोटानागपुर) के पहले बिशप जेसी व्हिटली के परिवार से थे. माना जाता है कि उन्होंने 1869 के बाद किसी समय हॉकी की शुरुआत की थी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

प्रवीण मुंडा(रांची). रांची में इसी 12 जनवरी से महिला हॉकी इंडिया लीग(एचआइएल) खेला जाना है. इसके अलावा तीन जनवरी को मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती भी है, जिन्होंने 1928 के एम्सटर्डम ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी की थी. झारखंड की ग्रामीण जनता के बीच अब भी हॉकी ही सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल है. पर बहुत कम लोगों को यह पता है कि झारखंड में हॉकी की शुरुआत करनेवाला व्यक्ति एक अंग्रेज था, जिसका नाम एडवर्ड हेमिल्टन व्हिटली था. एडवर्ड हेमिल्टन व्हिटली, एंग्लिकन मिशन (एसपीजी मिशन, छोटानागपुर) के पहले बिशप जेसी व्हिटली के परिवार से थे. माना जाता है कि उन्होंने 1869 के बाद किसी समय हॉकी की शुरुआत की थी.

संत पॉल्स स्कूल के मैदान में हॉकी खेलते थे

चर्च इतिहास के जानकार रेव्ह सिरिल हंस ने बताया कि एडवर्ड हेमिल्टन के अंदर हॉकी को लेकर जुनून था. उन्होंने अपने खानसामे, प्यून और अन्य कर्मचारियों को मिला कर टीम बनायी. वे संत पॉल्स स्कूल के मैदान में अपने कर्मचारियों के साथ हॉकी खेलते थे. एडवर्ड अपनी टीम के कप्तान भी थे. कई वर्षों तक स्थानीय स्तर पर हॉकी खेलने के बाद उनकी टीम बाहर के टूर्नामेंटों में खेलने लगी. उनकी टीम ने 1897 में पहली बार कोलकाता में आयोजित बैटन कप में हिस्सा लिया और चैंपियन बनी. इसके अगले साल 1898 में टीम ने इस टूर्नामेंट में दोबारा हिस्सा लिया और फिर चैंपियन बनी. इस टीम ने यह कारनामा छह बार किया. टीम ने 1902, 1903, 1906 और 1907 में बैटन कप की ट्रॉफी अपने पास रखी.

संत पॉल्स स्कूल का मैदान था हॉकी का मुख्य केंद्र

बहूबाजार स्थित संत पॉल्स स्कूल का मैदान ही हॉकी का मुख्य केंद्र था. जब मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा अपनी प्रारंभिक पढ़ाई के लिए संत पॉल्स स्कूल आये, तो उसी समय से उनके जीवन में हॉकी को लेकर एक जुनून उत्पन्न हुआ. उनकी अगुवाई में एम्सटर्डम ओलिंपिक 1928 में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया और हॉकी में अपना पहला गोल्ड जीता.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें