27.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 02:22 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Lakhisarai news : सरकारी योजना का लाभ लेने में किसान उदासीन

Advertisement

विभिन्न समस्याओं को लेकर लाभकारी योजना भी हो रहा विफल

Audio Book

ऑडियो सुनें

लखीसराय. धनहर क्षेत्र के रूप में चिह्नित होने के बावजूद लखीसराय जिला में विभिन्न समिति द्वारा धान अधिप्राप्ति का कार्य वास्तविक लाभुकों को लाभ पहुंचाने में विफल साबित हो रहा है. जबकि समिति एवं बिचौलियों के लिए यह आमदनी का पूरी तरह जरिया बन चुका है. पैक्स में धान देने को लेकर किसानों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिसमें धान को सुखाने, बोरा में पैकिंग करने, ट्रैक्टर से समिति के गोदाम या मिल तक पहुंचाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और समय भी बरबाद होता है. जबकि बिचौलिया कहे या व्यापारी सीधे किसान के खलिहान से धान उठा रहे हैं. समिति भी विभिन्न कारणों से निर्धारित दर से लगभग सौ से डेढ़ सौ रुपये कम के ही रेट पर धान खरीद रहे हैं. जबकि 18 से 19 सौ रुपये क्विंटल के दर से किसानों से घर बैठे व्यापारी बिना पैकिंग व ढुलाई के झंझट से मुक्त करते हुए धान खरीद रहे हैं. इस तरह किसानों के लिए अति लाभकारी यह योजना अपने वास्तविक उद्देश्य में विफल रह रहा है. धान की उपज हुए एक से डेढ़ माह समय बीतने को है और मुश्किल दो दिन पूर्व ही इसके लिए फोर्टिफाइड चावल गोदाम की व्यवस्था की गयी है. ऐसे में पैक्स के पास अगर गोदाम ना हो तो मिल के गोदाम के पास चक्कर लगानी पड़ती है. इधर, जिला सहकारिता पदाधिकारी कुमारी सुमन ने बताया कि धान काटने के शुरुआती समय से ही किसानों से जिले में धान की खरीद का कार्य शुरू है. सरकारी लाभ उठाने को लेकर प्रक्रिया तो पूरी करनी ही पड़ेगी.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें