27.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 04:22 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Darbhanga News : नये साल में संग्रहालय का भ्रमण करने पर देना पड़ेगा शुल्क

Advertisement

नये साल में संग्रहालय का भ्रमण करने पर आमजनों को शुल्क देना होगा. इसे लेकर कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने निर्देश जारी किया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

दरभंगा.

नये साल में संग्रहालय का भ्रमण करने पर आमजनों को शुल्क देना होगा. इसे लेकर कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने निर्देश जारी किया है. इसके तहत संग्रहालय में प्रवेश करने से पहले 12 साल से उपर के लोगों को 10 व उससे कम उम्र के लिये पांच रुपये का टिकट लगेगा. विदेशियों को म्यूजियम में प्रवेश करने पर 300 रुपये देने होंगे. स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को समूह में भ्रमण कराने पर किसी प्रकार का शुल्क देय नहीं होगा. स्टूडेंट आइडी या कॉलेज का परिचय पत्र दिखाने पर संग्रहालय निशुल्क प्रवेश मिलेगा.

एक परिसर में दो संग्रहालय

दरभंगा जंक्शन के निकट एक ही परिसर में दो म्यूजियम महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय एवं चन्द्रधारी संग्रहालय है. विभागीय जानकारी के अनुसार रोजाना औसतन करीब 500 लोग संग्रहालय में भ्रमण करने पहुंचते हैं. बताया गया कि टिकट छपने के लिये दिया जा चुका है. अगले सप्ताह टिकट उपलब्ध हो जायेगा. इसके बाद संग्रहालय के प्रवेश द्वार पर टिकट कटाने के बाद आम जनों को प्रवेश दिया जायेगा. इसको मूर्त रूप देने के लिये विभागीय तैयारी चल रही है.

1957 में स्थापित किया गया था चंद्रधारी संग्रहालय

राज्य सरकार की ओर से 1957 में चंद्रधारी संग्रहालय स्थापित किया गया था. यह मूल रूप से दिग्घी पोखर के पूर्वी-उतरी तट पर स्थित है. मधुबनी के जमींदार चंद्रधारी सिंह के निजी संग्रह की मदद से संग्रहालय की स्थापना सात दिसंबर 1957 को मिथिला संग्रहालय के रूप में की गई थी. बाद में इसका नाम मुख्य दानदाता मधुबनी जिले के रांटी डयोढ़ी के जमींदार चंद्रधारी सिंह के नाम पर रखा गया. उनसे प्राप्त कलाकृतियों और विरासत से इसका निर्माण किया गया है. वहीं परिसर में ही स्थित महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय हाथी दांत के शिल्प वस्तुओं का सबसे बड़ा संग्रह है. संग्रहालय अध्यक्ष डॉ शंकर सुमन ने बताया कि विभागीय निर्देश के तहत संग्रहालय में प्रवेश करने पर शुल्क देना होगा. इसे लेकर तैयारी की जा रही है. अगले सप्ताह से टिकट उपलब्ध होने पर नया नियम लागू किया जायेगा.

,

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें