16.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 11:19 pm
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नववर्ष के स्वागत की शुरू हुई तैयारी

Advertisement

नववर्ष के आगमन की उल्टी गिनती अब शुरू हो गयी है.उमंग व उल्लास के साथ नये वर्ष का स्वागत करते हुए जश्न मनाने की भी तैयारी है. जिले के महेंद्रनाथ धाम से लेकर हंसनाथ धाम सहित प्रमुख धार्मिक स्थलों पर लोग वर्ष के प्रथम दिन भगवान के दरबार में मत्था टेकने पहुंचेंगे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

संवाददाता,सीवान. नववर्ष के आगमन की उल्टी गिनती अब शुरू हो गयी है.उमंग व उल्लास के साथ नये वर्ष का स्वागत करते हुए जश्न मनाने की भी तैयारी है. जिले के महेंद्रनाथ धाम से लेकर हंसनाथ धाम सहित प्रमुख धार्मिक स्थलों पर लोग वर्ष के प्रथम दिन भगवान के दरबार में मत्था टेकने पहुंचेंगे. सरयू नदी की उजली रेत पर पिकनिक का आनंद लेंगे लोग सिसवन से होकर गुजर रही सरयू नदी की उजली रेत पर युवाओं का नये साल पहले दिन जमघट लगेगा.दियारा क्षेत्र में दूर-दूर तक फैली उजले बालू नये साल में पिकनिक स्पॉट होगा. नये साल की जश्न मनाने वाले सरयू के संकीर्ण व पतली धारा के किनारे नदी के उस पार नाव के सहारे पहुंच कर स्वच्छ वातावरण के बीच पिकनिक मनायेंगे. नदी के दोनों ओर श्वेत बालू के मैदान व सरकंडे के पौधों के बीच नदी की कल-कल जल धारा लोगों को आकर्षिक करती है. सरयू नदी के बीच में बालू से बना टापू मुंबई के जुहू बीच का दृश्य पैदा करता है. जो जिले के अलावा दूरदराज के युवाओं का पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बना है.रेत की दीवारों से टकराते पानी का प्रवाह मन को आनंदित करता है.यह पिकनिक स्पॉट प्रकृति की गोद में बसा है.नदीं का यह इलाका यूपी सीमा के करीब है, लिहाजा, यहां कोई व्यक्ति शराब के नशे में या शराब लेकर नहीं पहुंचते. इस लिहाज से पुलिस ने सतर्कता अभी से शुरू कर दी है.इधर दाहा नदी की कलकल करती धारा व हरे-भरे पेड़ों से घिरे आनंदबाग मठ व सुंदरबाग मठ का प्राकृतिक सौंदर्य श्रद्धालुओं को बरबस अपनी ओर खींच लेता है. सुबह शाम-अगरु चंदन, धूप की सुवासित हवा व स्वच्छता बेजोड़ है. नववर्ष के मौके पर यहां भी लोग जुटते हैं. महेंद्रनाथ धाम में भगवान शिव का करेंगे दर्शन जिला मुख्यालय से तकरीबन 35 किलोमीटर दूर सिसवन प्रखंड का महेंद्रनाथ धाम पर भी नये साल के पहले दिन लोगों की भीड़ लगती है.यहां नये वर्ष में अपने व परिवार के सदस्यों के बेहतर की कामना करते हुए लोग मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं.इस मंदिर का पौराणिक महत्व होने के चलते भी भक्तों के आस्था का केंद्र रहता है.यह कहा जाता है कि सत्रहवीं शताब्दी में नेपाल नरेश महेंद्रवीर विक्रम सहदेव ने इसका निर्माण कराया था.जिनके द्वारा ही महेंद्र नाथ धाम नाम रखा गया.मंदिर में छोटे बड़े आकार की सैकड़ों घंटियां लोगों को आकर्षित करती है.नये साल के पहले दिन बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद को लेकर यहां के बाजार ने भी विशेष तैयारी की है. युमनागढ़ पर रहेगा नये वर्ष का धूम बड़हरिया का यमुनागढ़ के आसपास के आधा दर्जन पिकनिक स्पॉट मौजूद हैं. युवा अब गढ़ के दक्षिणी व पश्चिमी हिस्से के साथ ही पूरबी घाटों के साथ ही आसपास के बगीचों को नये साल के स्वागत में जश्न मनाने के लिए आते हैं शराबबंदी के बाद से ऐतिहासिक यमुनागढ़ पर पुलिस प्रशासन की नजर होने के बाद लोगों ने पिकनिक मनाने के लिए इन नये स्पॉट को तलाश लिया है.जहां वर्ष पहले दिन लोगों की भीड़ लगेगी.यहां पिकनिक मनाने को लेकर युवाओं में भी विशेष उत्साह है. जरती माई के दर्शन के साथ नववर्ष का स्वागत महाराजगंज के इन्दौली गांव स्थित नहर किनारे जरती माई मंदिर में नववर्ष के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी. पहले माता का दर्शन कर अपने परिवार के साथ मंदिरों में माथा टेकने के साथ दिन की शुरुआत फिर नववर्ष का उत्सव मनाने की परंपरा बढ़ी है. यहां के परिसर पिकनिक के लिहाज से काफी बढ़िया है.जरती मां के विषय में मुख्य पुजारी पंडित सुरेन्द्र तिवारी ने बताया कि महाराजगंज मुख्यालय स्थित इंदौली गांव के झपसी भगत आसाम मजदूरी करने गए थे. वहीं, कामरूप में मां कामाख्या की भक्ति में लग गए.भक्ति भी ऐसी कि मां को उन्हें साक्षात् दर्शन देना पड़ा.पुजारी ने बताया मां की भक्ति में लीन झपसी भगत ने अपनी एक आंख ही मां के चरणों में अर्पित कर दिया था.इससे मां ने प्रसन्न होकर साक्षात दर्शन दिया.दर्शन देते झपसी भगत से वर मांगने को कहा.इसके बाद झपसी भगत ने मां के सामने कहा कि बूढ़ा हो गया हूं. घर जाना चाहता हूं.आप भी मेरे साथ चलें.ताकि वहीं आपकी सेवा करूंगा. इसे मां ने स्वीकार कर लिया.बगल में पड़े मिट्टी की मूर्ति को झपसी भगत ने अपनी हाथों में ले लिया. इसके बाद मां कामाख्या उसी में समाहित हो गई, जो आज भी यहां जरती मां के रूप में विराजमान हैं.जहां वर्ष के पहले दिन लोग पूजा अर्चना करने आते हैं.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें