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दो दिन पहले ही फोन पर बहन से पूर्व पीएम ने की थी बात

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प्रधानमंत्री बनने से पहले और बाद में भी बहन के साथ उनका रिश्ता एक जैसा ही बना रहा.

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कोलकाता.पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का कोलकाता से भी नाता रहा है. यहां टॉलीगंज में उनकी बहन गोविंद कौर रहती हैं. बड़े भाई के निधन की खबर सुन कर उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े. उन्होंने इसे परिवार के लिए बड़ी क्षति बताया. शारीरिक अवस्था ठीक नहीं होने के कारण वह दिल्ली नहीं जा पा रही हैं. प्रधानमंत्री बनने से पहले और बाद में भी बहन के साथ उनका रिश्ता एक जैसा ही बना रहा. पूर्व प्रधानमंत्री का भांजा गुरदीप सिंह ने बताया कि मां के साथ उनकी हमेशा ही फोन पर बात होती थी. दो दिन पहले भी मामा ने फोन कर मां के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी. उन्होंने कहा कि वह एक संपूर्ण फैमिलीमैन थे. काफी व्यस्त रहने के बाद भी वह परिवार के साथ जुड़े रहते थे. परिवार का कोई सदस्य यदि उनसे समय मांगता, तो वह तुरंत हां कर देते थे. गुरदीप ने बताया कि वह पढ़ाई-लिखाई के बारे में अक्सर ही पूछते व शिक्षा की कितनी जरूरत है, इस बारे में समझाते थे. जब वह महज सरकारी अधिकारी थे, तो कई बार कोलकाता आते रहे. जब प्रधानमंत्री बने थे, तो प्रोटोकॉल को देखते हुए मिलने के लिए राजभवन बुलाते थे. जब वह प्रधानमंत्री नहीं रहे, तो कोलकाता आए थे. गोविंद कौर का बड़ा बेटा, पत्नी व गुरदीप नयी दिल्ली पहुंच गये हैं. सभी उन्हें प्यार से पापाजी कह कर बुलाते थे. गोविंद कौर की बहू कुलजीत कौर ने कहा कि अब भी यह विश्वास नहीं हो रहा है कि पापाजी अब दुनिया में नहीं रहे. गुरुवार की रात जब उनके निधन की खबर आयी तो अपनी सास को इसकी जानकारी नहीं दी. शुक्रवार सुबह उन्हें इस बारे में बताया. जब मेरी सास को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने एक बार पापाजी को देखने की इच्छा जतायी. उन्होंने बताया कि भाई व बहनों में सबसे बड़े पापाजी ही थे. सभी सम्मान के तौर पर उन्हें पापाजी ही कह कह बुलाते थे. परिवार के सभी लोगों की वह खोज-खबर रखते थे. कोलकाता के हमारे फ्लैट में भी आये थे. राजभवन में जाकर कई बार उनसे मुलाकात की थी. इतना गहरा रिश्ता होने के बाद भी वह यह एहसास नहीं होने देते थे कि इतने बड़े पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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