संवाददाता, देवघर : सदर अस्पताल में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का उद्घाटन शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ जुगल किशोर चौधरी ने किया. सीएस ने कहा कि नसबंदी के बाद किसी भी तरह की कमजोरी या थकान नहीं होती है. आप अगले दिन से कम पर जा सकते हैं, जबकि महिलाओं को बंध्याकरण कराने के बाद 10 से 15 दिन तक का बेड रेस्ट करना पड़ता है. पुरुष नसबंदी सिर्फ 10 मिनट में होता है, जिसमें न टांका, न कोई चीरा और न कोई पीड़ा होती है. यह विश्वसनीय आसान स्थायी एवं भय मुक्त परिवार नियोजन विधि है. ऑपरेशन के बाद आधे घंटे में घर जा सकते हैं. पूरे जिले के सहिया व परिवार नियोजन बीटीटी को दो-दो पुरुष नसबंदी करने का लक्ष्य दिया गया है. इस अवसर पर पुरुष जागरुकता रथ को डीपीएम व डीपीसी के द्वारा हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया. कार्यक्रम में जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय यादव, महामारी विशेषज्ञ डॉ मनीष शेखर, डीपीएम समरेश सिंह, डीपीसी प्रवीण सिंह आदि उपस्थित थे. उद्घाटन से पुरुष नसबंदी जागरुकता प्रभात फेरी पुराना सदर अस्पताल में जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय यादव व डीपीसी प्रवीण कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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