मेदनीचौकी. प्रखंड के टाल क्षेत्र अंतर्गत शफीपुर भिड़हा मौजे के दो दर्जन से अधिक एकड़ जमीन में लगायी गयी मटर छिमी के फसल में सुखड़ा रोग लगने से किसानों की चिंता बढ़ गयी है. उक्त मौजे के किसान मदन महतो, किशोर महतो, अवध महतो, रत्न महतो, धीरेंद्र महतो, रामदेव महतो, आनंदी महतो आदि ने बताया कि मटर छिमी की खेती में लागत पूंजी काफी मंहगा होता है. ऐसे में फसल के पौधे में किसी तरह के रोग से प्रभावित होने पर किसानों की चिंता बढ़ जाती है. हालांकि सुखड़ा रोग से प्रभावित मटर के पौधे पर कृषि स्टोर से दवाई लेकर छिड़काव किया जा रहा है. किसान छिड़काव कर मटर छिमी के पौधे से सुखड़ा रोग खत्म होने का आस लगाये हुए हैं. किसान नगदी खेती के रूप में प्रत्येक वर्ष मटर छिमी मकई की मिश्रित खेती करते हैं. फसल अच्छी हुई तो किसान अपने घर के शादी-विवाह, गृह निर्माण, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई आदि कई आवश्यक कार्य कर पाते हैं.
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