17.9 C
Ranchi
Wednesday, February 5, 2025 | 02:37 am
17.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

डॉ आंबेडकर पर टिप्पणी के खिलाफ संगठनों ने फूंका अमित शाह का पुतला

Advertisement

सामाजिक न्याय आंदोलन समेत अन्य बहुजन संगठनों की ओर से संसद में गृह मंत्री अमित शाह का डॉ आंबेडकर पर टिप्पणी के विरोध में स्टेशन चौक पर प्रतिवाद प्रदर्शन किया गया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

सामाजिक न्याय आंदोलन समेत अन्य बहुजन संगठनों की ओर से संसद में गृह मंत्री अमित शाह का डॉ आंबेडकर पर टिप्पणी के विरोध में स्टेशन चौक पर प्रतिवाद प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने गृहमंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया.

- Advertisement -

सामाजिक न्याय आंदोलन के रिंकु यादव और अर्जुन शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में भारतरत्न डॉ भीमराव आंबेडकर पर अपमानजनक टिपण्णी की है. डॉ आंबेडकर ने संविधान निर्माण में योगदान के साथ बहुजनों के सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी के संघर्ष के नायक हैं. उनका नाम लेने वालों का उपहास उड़ाकर अमित शाह ने संपूर्ण बहुजन समाज का भी अपमान किया है. बहुजन समाज इसका मुंहतोड़ जवाब देगा. विष्णु रजक और अखिलेश्वर पासवान ने कहा कि अमित शाह अविलंब माफी मांगे और इस्तीफा दे या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे बर्खास्त करे. ऐसे व्यक्ति को मंत्रिपद पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.

अनुसूचित जाति-जनजाति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सोहिल दास और बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच के वीरेन्द्र गौतम ने कहा कि अमित शाह ने इस सच्चाई को ही सामने लाया है कि भाजपा-आरएसएस डॉ आंबेडकर और संविधान से किस कदर नफरत करती है. भाजपा-आरएसएस संविधान विरोधी व बहुजन विरोधी है.

मूलनिवासी संघ के रमेश पासवान और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियम के सोनम राव ने कहा कि जो राजनेता और राजनीतिक पार्टियां डॉ आंबेडकर और संविधान के साथ है़ं. वह भाजपा के साथ नहीं हो सकती है. चिराग पासवान और जीतन राम मांझी जैसे नेताओं ने डॉ आंबेडकर और संविधान विरोधियों से हाथ मिला रखा है. यह शर्मनाक है.

प्रतिवाद प्रदर्शन में प्रमुख तौर पर परिधि के उदय, राहुल, बुद्धिजीवी डॉ संजय रजक, डॉ अमित, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन के प्रवीण यादव, विभूति, अभिषेक आनंद, विष्णु दास, बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच के उदय शंकर चौधरी, परमानंद चौधरी, दिलीप दास, अनिल दास, ललन कुमार लाल, गुलशन, कुंदन पासवान, मनोज, रितेश, सत्यम, राजीव,पप्पु दास, मुकेश दास, ब्रह्मदेव दास, विष्णु देव दास, अनोज रजक, रंजीत रजक, संजय रजक, नंदन आदि उपस्थित थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें