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राज्य में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की जायेगी : मंत्री

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पलामू जिला संस्कृत शिक्षण संस्थान ने राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर का स्वागत किया. स्थानीय परिसदन के सभागार में संस्थान के द्वारा स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया.

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मेदिनीनगर. पलामू जिला संस्कृत शिक्षण संस्थान ने राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर का स्वागत किया. स्थानीय परिसदन के सभागार में संस्थान के द्वारा स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसकी अध्यक्षता संस्थान के पलामू जिला संरक्षक नवल किशोर पाठक ने की. संचालन कांग्रेस के प्रदेश सचिव रामाशीष पांडेय ने किया. संस्थान के लोगों ने वित्त मंत्री श्री किशोर को बुके देकर एवं शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया. संस्थान के संरक्षक नवल किशोर पाठक ने झारखंड में संस्कृत विषय के पठन-पाठन की बदहाल स्थिति से अवगत कराया. उन्होंने मंत्री श्री किशोर को बताया कि संस्कृत विज्ञान की भाषा है. संस्कृत की शिक्षा के बिना संस्कार और संस्कृति के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. संस्कृत शिक्षा के विकास के प्रति सरकार गंभीर नहीं है. यही वजह है कि राज्य में संचालित संस्कृत विद्यालयों की दशा अत्यंत ही खराब है. संस्थान के लोगोंं ने वित्त मंत्री को बताया कि पूर्व में सरकार संस्कृत विद्यालयों के संचालन के लिए अनुदान देती थी. पिछले कई वर्षों से सरकार ने अनुदान राशि देना बंद कर दी है. सरकार की उदासीनता के कारण संस्कृत शिक्षा बदहाल है. सरकार को चाहिए कि संस्कृत शिक्षा को अनिवार्य करे, विद्यालय को अनुदान दे और नौकरी में संस्कृत भाषा को प्राथमिकता दी जाये. राज्य के वित्त मंत्री श्री किशोर ने कहा कि वास्तव में भारत की प्राचीन भाषा संस्कृत है. यह संस्कार और संस्कृति का मूल स्रोत है. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि राज्य सरकार संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा दे. इसके लिए सरकार के द्वारा आवश्यक कदम उठाया जायेगा. संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा मिलना चाहिए. संस्कृत विद्यालयों की दशा सुधारने के साथ-साथ झारखंड में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जायेगी. मौके पर कांग्रेस के वरीय नेता दीनानाथ तिवारी, रतन कुमार पांडेय, रामदत मिश्र, परीक्षित दुबे, अरबिंद द्विवेदी, नसीम खान, शमीम अहमद राइन, गुप्तेश्वर पांडेय, अरबिंद पासवान, अरुण सिंह, विश्राम दुबे, जितेंद्र कमलापुरी सहित संस्थान के कई लोग मौजूद थे.

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