2027 तक इन पर आवागमन शुरू होने की संभावना
टेंडर के माध्यम से एजेंसी चयन की प्रक्रिया चल रही है
संवाददाता, पटनाराज्य में 149 किमी लंबाई में 3149 करोड़ की लागत से तीन एनएच का निर्माण वर्ष 2025 में शुरू होगा. साथ ही 2027 तक इन पर आवागमन शुरू होने की संभावना है. इसमें बरबीघा-जमुई-बांका एनएच-333ए का निर्माण करीब 1578 करोड़ की लागत से 52.4 किमी लंबाई में दो लेन में पेव्ड सोल्डर के साथ चौड़ाई बढ़ाई जायेगी. इसके साथ ही भागलपुर-ढाका मोड़-हसडीहा न्यू एनएच-133इ का फोरलेन निर्माण 1121.62 करोड़ रुपये की लागत से 62 किमी लंबाई में होगा. यह सड़क एनएच-33 को एनएच-333ए से जोड़ेगी. इसके साथ ही तीसरी सड़क एनएच-131ए अमदाबाद से नरेनपुर तक करीब 450 करोड़ की लागत से 34.6 किमी लंबाई दो लेन पेव्ड सोल्डर के साथ निर्माण होगा.
सूत्रों के अनुसार इन तीनों एनएच के निर्माण के लिए टेंडर के माध्यम से एजेंसी चयन की प्रक्रिया चल रही है. अगले साल तक निर्माण एजेंसी चयनित होने के बाद इन सड़कों को बनाने का काम शुरू होगा. बरबीघा-जमुई-बांका एनएच-333ए सड़क की चौड़ाई कम रहने और इस सड़क पर ट्रैफिक का लोड बढ़ जाने के कारण इस सड़क की चौड़ाई बढ़ाने का निर्णय पथ निर्माण विभाग द्वारा लिया गया है. इस सड़क की चौड़ाई बढ़ने से तीन जिले के लोगों को सीधे तौर पर आवागमन की बेहतर सुविधा मिल सकेगी. इसमें शेखपुरा, जमुई और बांका शामिल हैं. इसके साथ ही इस सड़क से होकर झारखंड जाने वालों को सुविधा हो सकेगी. भागलपुर-ढाका मोड़-हसडीहा न्यू एनएच-133इसूत्रों के अनुसार भागलपुर-ढाका मोड़-हसडीहा न्यू एनएच-133इ फोरलेन सड़क का निर्माण पथ निर्माण विभाग की देखरेख में होगा. इस सड़क के बनने का सीधा फायदा भागलपुर और बांका जिला के लोगों को होगा. इसके साथ ही इस सड़क के हसडीहा के पास झारखंड बॉर्डर तक बनने के कारण बिहार और झारखंड के बीच नयी सड़क उपलब्ध हो सकेगी.
एनएच-131ए अमदाबाद से नरेनपुरएनएच-131ए अमदाबाद से नरेनपुर तक सड़क की चौड़ाई कम है. इसलिये इसे दो लेन पेव्ड सोल्डर के साथ निर्माण का निर्णय लिया गया है. यह सड़क बिहार से पश्चिम बंगाल को जोड़ती है. साथ ही इस पर वाहनों का अधिक दबाव है. ऐसे में सड़क बनने से बिहार से पश्चिम बंगाल आवागमन करने वालों काे सीधा फायदा होगा
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