Darbhanga News: बिरौल. सहसराम पंचायत के मध्य विद्यालय महवा के पुराने भवन को बिना किसी सरकारी आदेश व कागजी प्रक्रिया के तोड़ने का मामला सामने आया है. इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय भवन को तोड़कर उसका मलवा व लोहे का सामान बेच दिया गया है. ग्रामीण विद्याभूषण राय, कुमार गौरव व सुधीर कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से की है. आरोप लगाते हुए कहा है कि शिक्षकों की लापरवाही की वजह से पिछले वर्ष विद्यालय के दो कमरों की छत गिर गयी थी. अन्य दो कमरे अभी अच्छी स्थिति में थी, बावजूद एचएम ने भवन की देखरेख व रखरखाव के लिए आवंटित राशि का सही उपयोग नहीं किया. एचएम ने अपने कुछ करीबी लोगों के साथ मिलकर बिना किसी संविदा या अनुमति के रातों-रात बुल्डोजर से पूरे भवन को गिरवा दिया. वहीं मलवा व लोहे का सामान बेच दिया.
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि यह विद्यालय क्षेत्र के बच्चों के लिए शिक्षा का केंद्र रहा है. यहां से सैकड़ों छात्रों ने पढ़ाई कर अपना भविष्य संवारा. इस ऐतिहासिक भवन को तोड़कर उसकी याद को मिटाना अनुचित व अस्वीकार्य है. ग्रामीणों ने निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में बीइओ आशानंद हाजरा ने बताया कि सरकार की ओर से जर्जर भवन को तोड़कर नया भवन बनाने का आदेश प्राप्त हुआ है, लेकिन मध्य विद्यालय महवा के भवन को तोड़ने की जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने बताया कि यदि भवन जर्जर नहीं था और इसे अवैध तरीके से तोड़ा गया है, तो इसे लेकर दोषियों पर कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी. वहीं इस संबंध में पूछने पर स्कूल के एचएम ने बताया कि ग्रामीण राजनीति के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है.
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