बाबूलाल मरांडी ने कहा कि संथाल समाज के लोगों की यही दो मुख्य पूजनीय स्थल हैं, जहां संथाल समाज के लोग पूजा अर्चना करते हैं. यदि यही मांझीथान और जाहेरथान गांव से समाप्त हो जाए तो समझिए संथाल जाति ही समाप्त हो गयी. कहा कि सौभाग्य की बात है कि यहां के नौजवानों के सहयोग से गांव में हमने मांझी थान निर्माण को लेकर आधारशीला रखी है. उन्होंने कहा कि संथाल मरांग बुरु को मानते हैं और गांव में मांझीथान हो गया तो अब हम कह सकते हैं कि आबो दो संथाल अर्थात हमलोग संथाल हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कबूतरी पहाड़ी तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण करने के मेरे ध्यान में है और निश्चित रूप से सड़क बनेगी. कहा कि भाजपा में संगठन का नेतृत्व और राज्य समिति की सदस्यों की सहमति से ही कोई पद आदि मिलता है. कहा कि धनवार विधानसभा क्षेत्र में निश्चित रूप से हर क्षेत्र में विकास होगा और जो यहां की जनता ने जिस उम्मीद से हमे जिताकर सेवा करने का मौका दिया है, उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का भरपूर प्रयास रहेगा. मौके पर रामचंद्र ठाकुर, पवन साव, उदय साव, मो इलियास, सुनील कुमार साव, अमरदीप निराला समेत कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है