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Rourkela News: सेक्टर-16 बालूघाट के पास 48 घंटे बाद मिला मिला कोयल नदी में डूबे छात्र का शव

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Rourkela News: कोयल नदी के हमीरपुर घाट में नहाते समय डूबकर लापता पांचवीं कक्षा के छात्र प्रतीक बड़ाइक का शव मंगलवार को 48 घंटे बाद सेक्टर-16 बालूघाट में मिला.

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Rourkela News: कोयल नदी के हमीरपुर घाट में नहाते समय डूबकर लापता पांचवीं कक्षा के छात्र प्रतीक बड़ाइक का शव मंगलवार को सेक्टर-16 बालूघाट में मिला. पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है. रविवार को दोस्तों के साथ नहाने गया प्रतीक हमीरपुर घाट में डूब गया था. जिसके बाद से लगातार उसकी खोजबीन चल रही थी. सोमवार सुबह भी स्थानीय युवाओं ने जिस स्थान पर छात्र डूबा था, वहां आसपास जाल लगाकर तलाशी अभियान चलाया था. जबकि ओड्राफ की टीम भी तलाशी में जुटी थी. लेकिन देर शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया था. मंगलवार को सुबह सात बजे के आसपास प्रतीक का शव सेक्टर-16 बालूघाट के पास मिला. गौरतलब है कि सेक्टर-20 स्थित इंग्लिश मीडियम स्कूल का पांचवीं कक्षा का छात्र प्रतीक बड़ाइक सेक्टर-20 पंप हाउस बस्ती में रहता था. वह स्कूल में साथ पढ़नेवाले सेक्टर-20 डी ब्लॉक के तीन सहपाठियों के साथ रविवार की सुबह कोयल नदी के हमीरपुर घाट पर पहुंचा था. वहां पर वे लोग नहाने के लिए नदी में उतरे थे. लेकिन एक सहपाठी ने नदी में उतरने से इनकार कर दिया था. प्रतीक सहित दो अन्य नदी में उतर गये. कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने तीनों को डूबते देखा. उन्होंने दो नाबालिगों को अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया था. लेकिन प्रतीक को नहीं बचाया जा सका था. इसके बाद अग्निशमन विभाग, ओड्राफ की टीम पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. लेकिन रविवार देर शाम तक कोई खबर नहीं मिलने पर बचाव अभियान बंद कर दिया गया. सोमवार सुबह पुन: बचाव अभियान चलाया गया. लेकिन देर शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया था.

कोयल नदी में लगातार हादसों के बाद भी नहीं चेत रहा प्रशासन

शहर से होकर गुजरी कोयल नदी अब खतरनाक होती जा रही है. इसमें कभी कोई कॉलेज छात्र पिकनिक पर जाते समय डूब जाता है, तो कभी कोई नाबालिग लापता हो जाता है. पिछले दिनों ऐसे कई हादसे हो चुके हैं. इसके बाद भी प्रशासन के अभी तक नहीं चेतने से स्थानीय बुद्धिजीवियों में आक्रोश है. जानकारी के अनुसार, 18 मार्च, 2024 को कोयल नदी के मिटकुंदुरी में दो आइटीआइ छात्रों की जान चली गयी थी. स्थानीय बुधुबीर आइटीआइ के प्रथम वर्ष के आठ छात्र पिकनिक मनाने मिटकुंदुरी इलाके में गये थे. वहां गोता लगाने के दौरान बंडामुंडा के अनिकेत बोरडा (21) और नितेश महंत (19) नदी की धारा में बह गये. दो दिसंबर, 2023 को भी ऐसी घटना घटी और दो छात्रों प्रियांशु भोल (14) और प्रियरंजन पाढ़ी की असामयिक मौत हो गयी थी. यूनिट परीक्षा खत्म होने के बाद प्रियांशु भोल, प्रियरंजन और दो अन्य लोग प्रधानपाली रेलवे ओवर ब्रिज के पास कोयल नदी घाट पर गये थे. वहीं 09 जुलाई, 2022 को बाहुड़ा रथ यात्रा के दिन कोयल नदी के झीरपानी पंप हाउस के पास नहाते समय चार भाई ऋषि साहू (11), कुणाल साहू (13), आयुष साहू (16) और शंकर साहू (13) की डूबने से मौत हो गयी थी. यह सभी झारखंड के मूल निवासी थे और झीरपानी में अपने रिश्तेदारों से मिलने आये थे.

हर साल 10-15 लोगों की जा रही जान, नहीं खुल रही प्रशासन की नींद

कोयल नदी में नियमित रूप से हादसे होते हैं, जिनमें लोगों की जानें जा रही हैं. हर साल 10-15 लोगों की जान इस नदी में डूबने से चली जाती है. सिर्फ नाबालिग ही नहीं, कॉलेज छात्रों की भी डूबने से मौत पिछले दिनों में हुई है. वर्षों से जन हानि होने के बाद भी प्रशासन की नींद खुलने का नाम ही नहीं ले रही है. कोयल नदी के कई घाटों का उपयोग लोग नहाने और अन्य गतिविधियों के लिए करते हैं. लेकिन यहां एक भी चेतावनी बोर्ड नहीं लगा है. बुद्धिजीवियों का कहना है कि यहां पर खतरे की चेतावनी देनेवाला बोर्ड लगाये जाने से लाेग जागरूक होंगे तथा कई जान बचाने में भी यह मददगार होगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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