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Chhath Puja: सूर्य उपासना में लीन हुआ गया, एक दर्जन से अधिक स्थानों पर बनाए गए पूजा पंडाल

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Chhath Puja: छठ महापर्व के लिए गया में एक दर्जन से अधिक जगहों पर पंडाल बनाए गए हैं. बाजारों में मंगलवार को भी चहल-पहल जारी रही. इस बार यहां 12 करोड़ का जलदार नारियल, तो 10 करोड़ रुपये तक के फल के कारोबार की संभावना है.

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Chhath Puja: सूर्योपासना का महापर्व छठ मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ. पर्व को लेकर पूरे गया जिला में रौनक है. शहर से लेकर गांव तक लोग सूर्य की उपासना में लीन हैं. काफी छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं ने सूर्यकुंड तालाब, रुक्मिणी तालाब, फल्गु नदी व अपने घरों के नजदीकी तालाबों में भी स्नान-पूजन किया. सूर्यकुंड तालाब में स्नान व पूजन कर छठव्रती व श्रद्धालु इस तालाब के सामने स्थित सूर्य नारायण मंदिर में भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना भी की. काफी छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं ने घरों में भी स्नान-पूजन कर इस व्रत की शुरुआत की.

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प्रसाद बनाने के लिए घर ले गए नदी का जल

पूजा-अर्चना के बाद विशेष कर महिलाएं ने पैरों व हाथों में आलता भी लगवाया. पूजा-अर्चना करने के बाद छठव्रती व श्रद्धालु प्रसाद बनाने के लिए तालाब और फल्गु नदी का जल लिए घर भी ले गये. इसके बाद घरों में पूरे विधि विधान के साथ नहाय खाय का प्रसाद बनाया व परिवारों के साथ प्रसाद ग्रहण किया. चार दिवसीय इस अनुष्ठान के दूसरे दिन छह नवंबर को खरना, सात नवंबर को डूबते भगवान सूर्य को अर्घ दान व आठ नवंबर को उगते भगवान सूर्य को अर्घ दान, पूजन व पारण के साथ यह महापर्व संपन्न हो जायेगा.

बाजारों में रही चहल-पहल

मंगलवार को भी बाजार में सुबह से लेकर देर रात तक चहल-पहल बढ़ी रही. मंगलवार को भी काफी छठ व्रती व उनके परिजनों ने छठ पूजा से जुड़े सामानों की जरूरत के अनुसार खरीदारी की. इधर पूजा पंडालों में कलश स्थापित करने के लिए सूर्यकुंड सहित अन्य तालाबों से पूजा समिति से जुड़े कार्यकर्ताओं ने जल भरी की. जानकारी के अनुसार इस बार छठ पूजा में कोयरीबारी, फतेह बहादुर शिवाला रोड सहित शहर के एक दर्जन से अधिक मुहल्ले में अलग-अलग पूजा समितियां द्वारा पूजा पंडाल बनाकर पूजा की जा रही है.

गांधी मैदान का एक बड़ा हिस्सा फलों की दुकान से सजा

आसमान छूती महंगाई के बावजूद छठ पूजा में इस बार 12 करोड़ रुपये के नारियल तो 10 करोड़ रुपये तक फल के कारोबार की संभावना इससे जुड़े कारोबारियों द्वारा की जा रही है. छठ पूजा में संभावित मांग को लेकर पर्याप्त मात्रा में फलों के साथ-साथ जलदार नारियल का भी स्टॉक थोक कारोबारियों द्वारा की गयी है. पिछले वर्ष की तरह इस बार भी गांधी मैदान का एक बड़ा हिस्सा फलों से सजा पड़ा है. यहां 60 से अधिक फलों की थोक दुकानें लगी हुई है जहां से छोटे कारोबारी के साथ-साथ छठ व्रती व उनके परिजन खरीदारी कर रहे हैं.

फलों के थोक कारोबारियों की मानें तो इस बार छठ पूजा को लेकर करीब 30 ट्रक सेब, 40 ट्रक केला, 15 ट्रक नारंगी, 30 पिकअप महताब, 10 ट्रक शकरकंद, 25 ट्रक केतारी (गन्ना), दो ट्रक अंगूर सहित कई अन्य किस्म के फलों को भी काफी मात्रा में बिक्री के लिए मंगाया गया है.

Chhath Puja 3
शहर में सजी फलों की दुकान

10 रुपये तक प्रति पीस बिक रहा केसौर

फलो में छठ पूजा में केसौर का विशेष महत्व माना जाता है. शकरकंद, सुथनी की भी पूजा छठ व्रती करते हैं. इनकी इन जरूरत को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों द्वारा शकरकंद, सुथनी, केसौर, कच्चा आदि, हल्दी को भी बाजार में बेचने के लिए लाया गया है. नींबू, खीरा, तरबूज व अन्य किस्म के फलों की भी दुकानें गांधी मैदान में लगी हुई हैं. गांधी मैदान में इन सामान का कारोबार कर रहे संतोष प्रसाद ने बताया कि आवक काफी कम होने से खुदरा बाजार में प्रति पीस 10 रुपये तक इसकी कीमत है, जबकि 1200 रुपये प्रति किलो मंगलवार को थोक बाजार में केसौर का भाव रहा.

काफी कम मुनाफे पर फलों का किया जा रहा कारोबार

थोक बाजार में इस बार करीब पांच लाख रुपये प्रति ट्रक सेब, दो लाख रुपये प्रति ट्रक केला, तीन लाख रुपये प्रति ट्रक नारंगी, डेढ़ लाख रुपये प्रति पिकअप महताब, चार लाख रुपये प्रति ट्रक अंगूर, डेढ़ लाख रुपये प्रति ट्रक केतारी (गन्ने) की खरीदारी की गयी है. कारोबार बेहतर होने की संभावना को लेकर काफी मात्रा में फलों का स्टॉक किया गया है, लेकिन मंगलवार को शाम तक ग्राहकों की काफी कम आवाजाही होने से सड़ने से बचाने के लिए लागत मूल्य अथवा काफी कम मुनाफा पर ही फलों को बेचा जा रहा है. इस बार छठ पूजा को लेकर करीब 10 करोड़ रुपये का फल मंगा लिया गया है.

वीरेंद्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष, केदारनाथ मार्केट फ़ल सब्जी विक्रेता संघ, गया.

इसे भी पढ़ें: Chhath Puja 2024: छठ पर मुजफ्फरपुर के बाजारों में आई बहार, इतने करोड़ का कारोबार कर बना नया रिकॉर्ड

नारियल की कीमत में 40% तक हुई है वृद्धि

छठ पूजा को लेकर इस बार बीते वर्ष की तुलना में जलदार नारियल की कीमत में 40 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. यह जानकारी जलदार नारियल के थोक कारोबारी कौशल कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि इस बार छठ पूजा को लेकर जिला मुख्यालय शहर में जलदार नारियल के सात थोक कारोबारी हैं. छठ पूजा को लेकर इन कारोबारी द्वारा अब तक 140 ट्रक जालीदार नारियल मंगाया गया है. इनमें से 80 प्रतिशत से भी अधिक का कारोबार हो चुका है.

उन्होंने बताया कि एक ट्रक में 25 हजार पीस तक जलदार नारियल होते हैं. एक ट्रक का अनुमानित कीमत करीब नौ लाख रुपये बतलाया गया है. कौशल कुमार के अनुसार डाभ की मांग अधिक होने से जलदार नारियल की कीमत में वृद्धि हुई है.

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