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Rourkela News: एनआइटी के मेडिकल ऑफिसर का शव कमरे में फंदे से झूलता मिला

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Rourkela News: एनआइटी के मेडिकल ऑफिसर डॉ संतोष होगर का शव सोमवार को उनके कमरे में फंदे से झूलता पाया गया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

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Rourkela News: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी), राउरकेला के मेडिकल ऑफिसर डॉ संतोष होगर (28) का शव सोमवार को उनके कमरे के पंखे से झूलता मिला. इसके बाद पूरे संस्थान में हड़कंप मच गया. तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. मौके पर पहुंची सेक्टर-3 थाना की पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है. मौके से एक सुसाइड नोट पुलिस ने बरामद किया है, जिसकी जांच चल रही है. इस नोट में क्या लिखा है इस बारे में पुलिस ने फिलहाल किसी तरह की जानकारी साझा नहीं की है. डॉ संतोष होगर मूल रूप से बेंगलुरु के पास बीजापुर के निवासी हैं. उनके परिजनों को सूचना दे दी गयी है. मंगलवार तक उनके पहुंचने की संभावना है, जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम किया जायेगा. फिलहाल शव को इस्पात जनरल अस्पताल के शीतगृह में रखा गया है. आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल पाया है.

सितंबर 2023 में डॉ संतोष होगर ने एनआइटी ज्वाइन किया था

एनआइटी के रजिस्ट्रार रोहन धीमान ने बतया कि डॉ संतोष ने सितंबर 2023 में एनआइटी ज्वाइन किया था. सोमवार की सुबह 9 से 12 बजे की शिफ्ट में उन्हें ज्वाइन करना था. उनके साथ एक और मेडिकल ऑफिसर डॉ चंपक भट्टाचार्य को भी इसी शिफ्ट में आना था. डॉ भट्टाचार्य तो आ गये, लेकिन जब 9:15 बजे तक डॉ संतोष नहीं आये, तो उनके पर्सनल मोबाइल नंबर पर फोन किया गया, जो नोट रिचेबल आया. इसके बाद उनके इमरजेंसी नंबर पर फोन किया गया. लेकिन इस नंबर से कोई जवाब नहीं आया. जिसके बाद उनके साथी वर्गीज कूरियन हॉल के पास जहां वे रहते थे, वहां पहुंचे. कमरे में सामने से तो कुछ पता नहीं चला, लेकिन बालकनी के पास पर्दे से हलका नजर आया कि डॉ संतोष फंदे से झूल रहे हैं. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी.

अंतर्मुखी स्वभाव के थे डॉ संतोष

डॉ संतोष के बारे में बताया जा रहा है कि वे काफी अंतर्मुखी स्वभाव के थे. हालांकि पेशेवर रूप से वे अपनी सेवाएं ठीक से दे रहे थे. लेकिन बहुत ज्यादा अपने बारे में किसी से बात नहीं करते थे.

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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