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Diwali Puja: दिवाली पूजा में है कमल के फूल का महत्व, इसके बिना अधूरी होती है मां लक्ष्मी की पूजा

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Diwali 2024: हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां लक्ष्मी का जन्म कमल के पुष्प से हुआ था. इसीलिए, लक्ष्मी पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को आठ कमल के फूल अर्पित किए जाते हैं.

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Diwali Puja Kamal Importance: हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में दीपावली को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह त्योहार पांच दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है और इसे विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी का आगमन होता है. दिवाली के अवसर पर मुख्य रूप से माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. यह मान्यता है कि लक्ष्मी और गणेश की पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि का वास होता है तथा सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं. इसके अलावा, दिवाली पूजा में मां लक्ष्मी को अष्ट कमल के फूल, अर्थात् आठ कमल के फूल, अर्पित करने का विशेष महत्व है.

मां लक्ष्मी के बारे में पुराणों में उल्लेखित है कि उनका एक नाम कमला या कमलासना भी है, जिसका अर्थ है, कमल के ऊपर स्थित होने वाली. ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा के अनुसार, कमल की एक विशेषता यह है कि वह कीचड़ में खिलने के बावजूद उसमें सने नहीं रहता. इसीलिए यह मान्यता है कि जो व्यक्ति लक्ष्मी पूजा के दिन मां लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करता है, वह संसार में फैली बुराइयों से प्रभावित नहीं होता.

Diwali 2024: दीवाली पर इसलिए की जाती है लक्ष्मी पूजा, जानें इसका महत्व 

नकारात्मकता को समाप्त करें

यह कहा जाता है कि कमल के फूल में नकारात्मक शक्तियों को समाप्त करने की क्षमता होती है, और इसे देवी लक्ष्मी को समर्पित करने से घर में बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता है. इसके अतिरिक्त, यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा विद्यमान हो, तो वह भी समाप्त हो जाती है.

दिवाली 2024 कब है?

दीवाली का पर्व हर वर्ष अमावस्या के दिन मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार, 31 अक्टूबर, गुरुवार को अमावस्या तिथि दिन में 2 बजकर 40 मिनट से प्रारंभ हो रही है. इसलिए, दीपावली का उत्सव 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. दीपावली के अवसर पर रात्रि में अमावस्या तिथि का होना आवश्यक है, जो कि 1 नवंबर 2024 को शाम के समय नहीं है. इस प्रकार, दीवाली का पर्व 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा.

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