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Durga Ashtami 2024 Havan Puja Muhurat: आज एक साथ मनाई जायेगा अष्टमी और नवमी, जानें दुर्गा पाठ हवन करने का शुभ समय

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Durga Ashtami 2024 Havan Puja Muhurat: नवरात्रि की नवमी तिथि पर पाठ समाप्त करने के पश्चात हवन करना चाहिए, इसके बाद कन्या पूजन का आयोजन करें. कन्या पूजन के दौरान यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि कन्या की आयु 9 वर्ष से कम हो.

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Durga Ashtami 2024 Havan Puja Muhurat: नवरात्रि के दिन में मां भगवती के 9 रूप के पूजन माता के भक्त अपने अपने तरीके से करते है पूजन करने बाद हवन करना बहुत जरूरी होता है. इसे वातावरण शुद्ध होता है और पूजा में कोई भूल चूक से गलती हो गया है हवन करने से पूर्ण हो जाता है.वैदिक पुराण के अनुसार यज्ञ चाहे छोटा हो या बड़ा उसमे हवन करने का प्रावधान बनाया गया है. ऐसा मान्यता है हवन पूजा की शुद्धिकरण का एक विधि है कुण्ड में अग्नि के माध्यम से देवी देवता के निकट पहुंचने की प्रक्रिया को यज्ञ कहा है. हवन में जो आहुति दी जाती है. उसे वातावरण शुद्ध हो जाता है इस वर्ष नवरात्री में तिथि के टूट होने के कारण यानि अष्टमी और नवमी एक ही दिन पड़ रहा है. इस दिन हवन करने से नवदुर्गा प्रसन्न होती है.इस दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है.नवमी तिथि पर पाठ समाप्त करके हवन करें उसके बाद कन्या पूजन करे कन्या पूजन में इस बात को ध्यान रखना चाहिए कन्या का उम्र 9 वर्ष से कम का होना चाहिए.

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नवरात्रि का हवन कब करें ?

नवरात्रि में नवमी तिथि को अंतिम दिन माना जाता है इसलिए इस अवधि में किए गए दुर्गासप्तशी के पाठ तथा पूजन का फल हवन करने के बाद प्राप्त होता है.नवमी के दिन पूजन में माता सिद्धदात्री का पूजन किया जाता है माता का नवम रूप दुष्ट महिषासुर का अंत करने के लिए अवतरित हुई है. महिषासुर बहुत शक्तिशाली असुर था इससे देवता भी परेशान हो गए थे माता के भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए दुर्गापाठ करने के बाद हवन करते है.इस हवन को चंडी हवन के नाम से जाना जाता है.

नवमी तिथि कब है ?

नवमी तिथि का आरम्भ 11 अक्टुबर 2024 दिन शुक्रवार समय सुबह 06:52 मिनट से आरम्भ होगा.
नवमी तिथि का समाप्त 12 अक्टुबर 2024 दिन शनिवार सुबह 05:47 मिनट तक.

नवमी तिथि को हवन करने का शुभ समय क्या है ?

इस साल नवरात्रि का हवन अष्टमी और नवमी एक दिन होने के कारण हवन करने का शुभ समय 11 अक्टूबर 2024 को सुबह 06 :52 मिनट से लेकर पुरे रात तक हवन कर सकते है लेकिन हवन के लिए विशेष समय दोपहर का सबसे शुभ होता है.
अभिजित मुहूर्त सुबह 11:13 से 11 :59 मिनट तक
विजय मुहूर्त दोपहर 01:32 से 02:19 दोपहर तक

नवरात्रि का पारण करने का शुभ मुहूर्त

नवरात्रि में माता के पूजन तथा पाठ करने वाले भक्त जो पुरे 9 दिन तक उपवास रहते है उनके लिए व्रत का पारण करने का समय 12 अक्तूबर 2024 सुबह दिन शनिवार को प्रातः काल में किया जायेगा.

जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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