15.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 06:00 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

डुमरिया दुर्गा मंदिर में 71 वर्षों से हो रही माता की पूजा

Advertisement

शहर के वार्ड संख्या 30 स्थित डुमरिया दुर्गा मंदिर का इतिहास 71 वर्ष पुराना है. जानकार बताते हैं कि यहां वर्ष 1953 से मंदिर में मां दुर्गा की पूजा शुरू की गई थी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

किशनगंज.शहर के वार्ड संख्या 30 स्थित डुमरिया दुर्गा मंदिर का इतिहास 71 वर्ष पुराना है. जानकार बताते हैं कि यहां वर्ष 1953 से मंदिर में मां दुर्गा की पूजा शुरू की गई थी. अमर नाथ सिन्हा उर्फ गणेश ने बताया कि डुमरिया के रहने वाले स्वर्गीय विभूति भूषण सिन्हा पूजा के पहले अध्यक्ष बने थे. इसके बाद स्वर्गीय हिरेन्द्र नाथ सिंह, अभिमन्यु पाल, चन्द्र नाथ राय, डॉक्टर गनिन्द्र नाथ राय, अमरनाथ राय, रमणी मोहन दास, गादल बर्मन और बाद में स्वर्गीय दिनेन्द्र नाथ सिंह पूजा में सहयोग करते थे. बाद में माता के अन्य स्वरूपों की पूजा होने लगी. इस बार उत्तराखंड के रेणुकूट की कलाकृति पंडाल में देखने को मिलेगी. कमिटी के सचिव बबन कुमार ने बताया कि धीरे-धीरे के लोगों के सहयोग से पूजा होने लगी. बाद में यहां समाज के लोगों के सहयोग से पक्के के मंदिर का निर्माण हुआ. इसके बाद पक्के के मंदिर में पूजा होने लगी. अध्यक्ष उत्तम सिंह व सचिव बबन कुमार ने बताया कि सबसे पहले गर्ल्स हाई स्कूल परिसर में पूजा शुरू हुई थी. सचिव ने कहा कि यहां एक ही पुरोहित के वंशज के द्वारा मां दुर्गा की पूजा की जा रही है. पहले स्वर्गीय प्रहलाद मुखर्जी के द्वारा मां दुर्गा की पूजा की जाती थी।पहले निताई पाल प्रतिमा बनाते थे. मंदिर में नवमी के दिन महिलाओं के द्वारा खोईचा भरने का रिवाज वर्षों से चला आ रहा है. कहते हैं इस रिवाज को यहां के लोगों के पूर्वज करते आ रहे हैं. साथ ही यहां मिट्टी के बर्त्तन में प्रसाद चढ़ाने कारिवाज है. प्रसाद वितरण भी मिट्टी के बर्तन में ही किया जाता है. कमिटी में अध्यक्ष उत्तम सिंह, राम पुकार,सचिव बबन कुमार, सागर बोसाक, कोषाध्यक्ष ललन,संदीप, नोटन राय,प्रीतम डीजे,रामकृष्ण,मुकेश, शुभंकर शामिल है.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें