28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

रतन टाटा से 55 साल छोटा दोस्त, जिन्होंने अंतिम समय तक की देखभाल

Advertisement

Ratan Tata Friend: शांतनु नायडु का रतन टाटा से जुड़ाव की भी दिलचस्प कहानी है. इन दोनों की दोस्ती की शुरुआत साल 2014 से हुई. इन दोनों के बीच जानवरों के प्रति प्रेम की वजह से दोस्ती पनपी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Ratan Tata Friend: देश के सबसे बड़े परोपकारी और दानदाता उद्योगपति एवं टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे. वे सशरीर हमारे बीच भले ही नहीं रहे, लेकिन देश और देश के लोगों के प्रति किए गए उनके सहरानीय कार्य हमारे साथ जरूर रहेंगे. वे हमेशा याद किए जाते रहेंगे. रतन टाटा के जीवन से जुड़ी कई रोचक कहानियां हैं, जिनमें से एक 55 साल छोटे दोस्त की कहानी भी है. रतन टाटा भारत के ऐसे परोपकारी उद्योगपति थे, जिन्हें दुनिया सलाम करती थी. इतने बड़े परोपकारी उद्योगपति होने के बावजूद उन्होंने अपनी उम्र से करीब 55 साल छोटे युवक शांतनु नायडू के दोस्ती की थी. वे शांतनु से बिजनेस की सलाह लेते थे. शांतनु नायडू हमेशा रतन टाटा के सहायक बनकर रहे और आखिरी सांस तक उनकी देखभाल करते रहे. आइए, उस युवक शांतनु नायडू के बारे में जानते हैं, जिन्हें रतन टाटा ने अपना दोस्त बनाया हुआ था.

- Advertisement -

रतन टाटा के साथ साए की तरह रहते थे शांतनु

रतन टाटा के मैनेजर माने जाने वाले शांतनु नायडू उनके साथ साए की तरह रहते हैं. इन दोनों की दोस्ती के साथ ही डॉग की देखभाल के प्रति कोशिश और मुहिम के बारे में दुनिया वाकिफ है. शांतनु ने अपना खुद का स्टार्टअप गुडफेलोज की भी शुरुआत की है, जिसमें रतन टाटा ने निवेश किया है. गुडफेलोज बुजुर्गों की देखभाल करता है.

रतन टाटा के मित्र शांतनु ने भी की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई

रतन टाटा का 31 वर्षीय शांतनु नायडु खास जुड़ाव रहा है, लेकिन रतन टाटा का उनसे कोई पारिवारिक संबंध नहीं रहा है. रतन टाटा ने उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर खुद फोन करके कहा था कि मेरे असिस्टेंट बनोगे. शांतनु नायडू मुंबई के रहने वाले हैं. शांतनु नायडू का जन्म 1993 में पुणे महाराष्ट्र में हुआ था. शांतनु नायडू रतन टाटा को स्टार्टअप्स में निवेश का बिजनेस टिप्स देते थे. 31 साल के शांतनु नायडू ने भी कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की है, जिससे रतन टाटा ने वास्तुकला में स्नातक की डिग्री हासिल की थी. टाटा ग्रुप में जनरल मैनेजर के रूप में कार्यरत शांतनु रतन टाटा के काफी करीबी माने जाते हैं और अक्सर उनके साथ देखे जाते हैं. इतना ही नहीं, शांतनु नायडू अपने बॉस रतन टाटा को निवेश संबंधी सलाह भी देते रहते हैं.

टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जेनरल मैनेजर हैं शांतनु नायडू

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शांतनु नायडू टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जेनरल मैनेजर के रूप में देश भर में काफी लोकप्रिय हैं. वह एक प्रसिद्ध भारतीय व्यवसायी, इंजीनियर, जूनियर असिस्टेंट, डीजीएम, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, लेखक और उद्यमी हैं. शांतनु नायडू ने बिजनेस इंडस्ट्री में एक ऐसा मुकाम हासिल किया है, जिसे पाने के लिए कई लोग हमेशा सपना देखते रहते हैं.

इसे भी पढ़ें: भारत ने खो दिया सबसे प्रतिष्ठित बेटा, रतन टाटा के निधन पर अंबानी-अदाणी ने जताया शोक

शांतनु के फेसबुक पोस्ट पढ़कर प्रभावित हुए थे रतन टाटा

शांतनु नायडु का रतन टाटा से जुड़ाव की भी दिलचस्प कहानी है. इन दोनों की दोस्ती की शुरुआत साल 2014 से हुई. इन दोनों के बीच जानवरों के प्रति प्रेम की वजह से दोस्ती पनपी. मुंबई में रात को सड़कों पर आवारा कुत्तों को गाड़ियों की टक्कर से बचाने के लिए रिफ्लेक्टिव कॉलर बनाए थे. इस पर शांतनु ने फेसबुक पर लंबे पोस्ट लिखे थे. रतन टाटा ने शांतनु नायडू के एक फेसबुक पोस्ट पढ़ने के बाद उनकी पहल से प्रभावित होकर उनके लिए काम करने के लिए आमंत्रित किया. फेसबुक पोस्ट में शांतनु ने आवारा कुत्तों के लिए रिफ्लेक्टर के साथ बनाए गए डॉग कॉलर के बारे में लिखा था, ताकि ड्राइवर उन्हें मुंबई की सड़कों पर देख सकें. उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक शांतनु जून 2017 से टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जेनरल मैनेजर के तौर पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा, शांतनु नायडू ने टाटा एलेक्सी में डिजाइन इंजीनियर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी हैं.

इसे भी पढ़ें: 2008 की महामंदी में इस यूनिवर्सिटी को 50 मिलियन डॉलर दान में दिए थे रतन टाटा, बने दुनिया के सबसे बड़े परोपकारी

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें