Madhubani News. मधुबनी. जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र के दुर्गा मंदिरों व पूजा पंडालों में शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां दुर्गा की तृतीय स्वरूप देवी चंद्रघंटा की आराधना हुई. वैदिक मंत्रोच्चार व दुर्गा सप्तशती के पाठ से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो रहा है. धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि देवी चंद्रघंटा की निष्ठा व श्रद्धापूर्वक आराधना करने से सभी भक्तों की सभी मनोकामना पूरी हो जाती है. उनकी अभयदानी मुद्रा भक्तों का सदा कल्याण करती है. सुबह होते ही श्रद्धालु नर-नारियां अपने हाथों में फूल, फल, अक्षत, तिल, जौ, धूप, दीप, नैवेद्य से सजी डालियां लिये दुर्गा मंदिरों व पूजा पंडालों की ओर रुख करते दिखे. मंदिरों व पूजा-पंडालों में उमड़ रही श्रद्धालु नर-नारियों की भीड़ को संभालने में पूजा समिति के सदस्यों को काफी मशक्कत करना पड़ रहा था. शहर के सप्तेश्वरी दुर्गा स्थान, गंगासागर परिसर स्थित महाराज कामेश्वर सिंह रामेश्वरी लता दुर्गा मंदिर, आदर्शनगर स्थित दुर्गा मंदिर, गिलेशन बाजार स्थित दुर्गा मंदिर, भौआड़ा स्थित दुर्गा मंदिर सहित 15 जगहों पर मां दुर्गा की धूमधाम से पूजा-अर्चना की जा रही है. वहीं शहर से सटे रहिकेश्वरी दुर्गा स्थान में लोग पारंपरिक तरीके से श्रद्धापूर्वक देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. यहां सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. शारदीय नवरात्र को लेकर शहर से लेकर गांव तक आकर्षक पूजा पंडालों का निर्माण किया गया है. वहीं मूर्तिकार देवी दुर्गा सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में दिन-रात एक किये हुए हैं. वहीं सायंकालीन आरती में भी भक्तों का सैलाब व महिलाओं की आस्था परवान चढ़ती दिख रही है. शारदीय नवरात्र को लेकर जिले का माहौल पूरी तरह उत्सवी हो गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है