22.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 01:05 pm
22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिना आवेदन दिये छुट्टी पर चले जाते हैं चिकित्सक, ड्यूटी से भाग जाते हैं

Advertisement

बिना आवेदन दिये छुट्टी पर चले जाते हैं चिकित्सक, ड्यूटी से भाग जाते हैं

Audio Book

ऑडियो सुनें

गढ़वा सदर अस्पताल इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है. यहां चिकित्सक बिना बताये 15 दिनों की छुट्टी पर चले जाते हैं. यह यहां आम बात हो गयी है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ हेरन चंद महतो ने बताया कि बुधवार को पोस्टमार्टम में डॉ नौशाद आलम को ड्यूटी दी गयी थी. लेकिन वह बिना आवेदन दिये 15 दिनों के लिए गायब हो गये हैं. इसके अलावा मंगलवार को उनकी ओपीडी थी. लेकिन वह ओपीडी में भी ड्यूटी करने नहीं आये. इसी तरह कई चिकित्सक ओपीडी में मरीज की संख्या बढ़ते ही समय से पहले उठकर भाग जाते हैं. ऐसी स्थिति में मरीज को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. मंगलवार को डंडई थाने में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी. इसके बाद उसके अंत्यपरीक्षण के लिए सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार और उन्होंने मेडिकल बोर्ड बनाया था. इसमें डॉ अमित कुमार, डॉ पीयूष प्रमोद तथा राहुल कुमार को शामिल किया गया था. इसके बाद अकेले डॉ अमित कुमार मेडिकल टीम में पहुंचे, बाकी लोग गायब थे. इसके बाद सिविल सर्जन के निर्देश पर दूसरे बोर्ड का गठन किया गया. इसमें उन्हें व डॉ असजद अंसारी को शामिल किया गया. इसके बाद अंत्य परीक्षण किया गया.

डॉ अपना वर्चस्व दिखाने लगते हैं : डॉ महतो ने कहा कि गढ़वा सदर अस्पताल में कई चिकित्सा काफी पुराने हो गये हैं. इसके अलावा कई चिकित्सक स्थानीय भी हैं. इस कारण वे अपना वर्चस्व दिखाते हैं. उनके निर्देश के बाद भी चिकित्सक अस्पताल में आकर ड्यूटी नहीं करते हैं. उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी उन्होंने सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार को लिखित रूप में दे दी है. लेकिन सिविल सर्जन ने भी अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. इस कारण आये दिन सदर अस्पताल में डॉक्टरों के लिए हंगामा होती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें