24.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 05:35 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Jitiya Vrat 2024: जितिया व्रत में क्यों खाया जाता है नोनी साग और मडुआ की रोटी, जानें महत्व और बनाने की विधि

Advertisement

Jitiya Vrat 2024: कई जगहों पर महिलाएं इसे खाकर अपना व्रत शुरू करती हैं इसे ही खाकर व्रत तोड़ती हैं. तो आइए जानते हैं जितिया व्रत में क्यों खाया जाता है. नोनी साग और मरूआ की रोटी. साथ ही जानें इस साग को खाने के फायदे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Jitiya Vrat 2024: जितिया व्रत या कहें जीवित्पुत्रिका व्रत यूपी, बिहार और झारखंड की महिलाएं अपनी संतान की कुशल मंगल और लंबी उम्र की कामना के लिए ये व्रत रखती हैं. इस बार जितिया व्रत (Jitiya Vrat 2024 kab hai) 25 सितंबर दिन बुधवार को रखा जाएगा और 26 तारीख को व्रत पारण होगा.

- Advertisement -

व्रत रखने से पहले नहाय खाएं

इस व्रत को रखने से एक दिन पहले महिलाएं नहा-धोकर भोजन करती हैं और इसमें नोनी साग (Jitiya vrat noni ka saag) और मडुआ रोटी खाने का बहुत महत्व होता है. कई जगहों पर महिलाएं इसे खाकर अपना व्रत शुरू करती हैं इसे ही खाकर व्रत तोड़ती हैं. तो आइए जानते हैं जितिया व्रत में क्यों खाया जाता है. नोनी साग और मरूआ की रोटी.

also read: Pitru Paksha Dream Story: सपने में मृत दादा-दादी को देखने का क्या है मतलब

जितिया में क्यों खाते हैं नोनी साग

नोनी साग को बेहद पवित्र साग माना जाता है. इसको खाने के सार फायदे बताए गए है. इसके अलावा मरूआ की रोटी का भी बेहद खास महत्व है. लेकिन जितिया में क्यों खाया जाता है इस बारे में जानना बेहद जरूरी है. ज्योतिषियों का मानना ​​है कि इस पर्व में महिलाओं को 24 से 36 घंटे तक उपवास रखना होता है. जिसमें पानी भी नहीं पिया जाता है, इसलिए उससे पहले कुछ पौष्टिक आहार लिया जाता है, जो महिलाओं को इतने लंबे समय तक स्वस्थ रख सकता है. उनमें से एक है नोनी साग, जिसे पौष्टिक आहार माना जाता है.

नोनी साग के अलवा इनका है खास महत्व


इस पर्व में नोनी साग ही नहीं, बल्कि मडुआ रोटी और मछली का भी विशेष महत्व है. साथी ही छींगा और कंद्दे की सब्जी भी खाना बेहद जरूरी है. बताएं आपको कि इन सभी चीजों के बिना जितिया का महापर्व अधूरा माना जाता है. इसलिए इस पर्व में नोनी साग को बहुत पवित्र माना जाता है.

also read: Hair Care Tips: बालों की चाहिए अच्छी ग्रोथ तो घर पर बनाएं एलोवेरा जेल हेयर मास्क

नोनी साग कैसे बनाएं

  • नोनी साग साफ करके धो लें और एक तरफ रख दें.
  • अब एक साबुत लहसुन छीलकर पीस लें.
  • अब एक पैन लें और उसमें थोड़ा सरसों का तेल डालें.
  • इसमें काली सरसों के दाने डालें.
  • कुटा हुआ लहसुन डालें.
  • फिर इसमें हल्दी, धनिया और मिर्च पाउडर डालें.
  • सब कुछ मिला लें
  • नमक डालें और अच्छी तरह पकाएं.
  • घी डालें, फिर पकाएं और गैस बंद कर दें.

नोनी साग का बचका

  • नोनी साग बचका बनाने के लिए सबसे पहले नोनी साग को काट लें. अब इसमें लहसुन और अदरक का पेस्ट डालें. नमक और हल्दी, धनिया और मिर्च पाउडर डालें. अजवाइन और जीरा पाउडर डालें. काली मिर्च पाउडर डालें और फिर रागी या मडुआ का आटा डालें. थोड़ा सा चावल का आटा भी डालें. थोड़ा-थोड़ा करके पानी डालें और पकौड़े जैसा घोल तैयार करें.

also read: Stiff Neck: गर्दन की अकड़न को कैसे ठीक, इन 4 तरीकों से मिलेगा आराम

  • अब एक पैन या तवा लें. इस पर सरसों का तेल डालें और पकौड़े (बच्चा) बनाकर इस पर डालें. इसके बाद ऊपर से भी थोड़ा तेल डालें और बचका को पलट-पलट कर पकाएं. जब यह पक जाए तो इसे पैन से निकाल कर खाएं.

Trending Video

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें