28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 04:16 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Sleep effect: नींद मस्तिष्क के कार्य को कैसे प्रभावित करती है?

Advertisement

नींद हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है. नींद की कमी की वजह से हमें कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Sleep effect: नींद हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है, जिसका सीधा असर हमारे मस्तिष्क और शरीर पर पड़ता है. अच्छी नींद सिर्फ थकान दूर करने के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि यह मस्तिष्क के ढे़र सारे कार्यों को भी संतुलित रखती है. अगर हम पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो यह हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है.

मस्तिष्क के कार्य में सुधार

नींद मस्तिष्क को नई चीज़ें सीखने और याद रखने में मदद करती है. जब हम सोते हैं, तो हमारा मस्तिष्क पूरे दिन की जानकारी को इकट्ठा करता है और उसे याददाश्त के रूप में स्टोर करता है. इसलिए, अगर हमें किसी चीज़ को अच्छी तरह से याद रखना है, तो पर्याप्त नींद लेना जरूरी है.

ध्यान और एकाग्रता

नींद की कमी से ध्यान और एकाग्रता में कमी आती है. जब हम अच्छी नींद नहीं लेते हैं, तो मस्तिष्क का ध्यान भटकने लगता है, जिससे निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान करने की क्षमता कम हो जाती है. इसके अलावा, नींद की कमी से हम चीजों को जल्दी भूलने लगते हैं, जिससे दिनभर के कामों पर बुरा असर पड़ता है.

मूड और मानसिक स्वास्थ्य

नींद का हमारे मूड और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर होता है. अच्छी नींद लेने से हमें खुशी महसूस होती है और हमारा मन स्थिर रहता है. वहीं, यदि हम पूरी नींद नहीं लेते हैं, तो हम चिड़चिड़े हो सकते हैं और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं. लंबे समय तक नींद की कमी से तनाव और एंग्जायटी की समस्या भी बढ़ सकती है.

स्मरण शक्ति और निर्णय क्षमता

नींद मस्तिष्क की स्मरण शक्ति और निर्णय क्षमता को भी प्रभावित करती है. नींद के दौरान मस्तिष्क दिनभर के अनुभवों को व्यवस्थित करता है, जिससे हमें चीज़ें याद रहती हैं. अगर नींद पूरी नहीं होती है, तो मस्तिष्क की यह प्रक्रिया बाधित होती है, जिससे हमारी याददाश्त कमजोर हो सकती है.

Also read: Health tips: अखरोट का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए?

नींद मस्तिष्क के कार्य को संतुलित और स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी है. यह न केवल हमारी स्मरण शक्ति और एकाग्रता को बेहतर बनाती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखती है. इसलिए, हर दिन 7-8 घंटे की अच्छी और गहरी नींद लेना आवश्यक है, ताकि हमारा मस्तिष्क और शरीर दोनों स्वस्थ रहें.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें