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अंतरराज्यीय साइबर अपराध गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, सात दिनों की पुलिस रिमांड

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आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) साइबर क्राइम थाने की पुलिस को सोमवार रात बड़ी सफलता हाथ लगी. अंतरराज्यीय साइबर अपराध गिरोह के तीन सदस्यों को आसनसोल स्टेशन के सात नंबर प्लेटफॉर्म के निकट झांसी रानी मैदान में पुलिस ने पकड़ लिया.

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आसनसोल.

आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) साइबर क्राइम थाने की पुलिस को सोमवार रात बड़ी सफलता हाथ लगी. अंतरराज्यीय साइबर अपराध गिरोह के तीन सदस्यों को आसनसोल स्टेशन के सात नंबर प्लेटफॉर्म के निकट झांसी रानी मैदान में पुलिस ने पकड़ लिया. जिनमें बुदबुद थाना क्षेत्र के कृष्णरामपुर इलाके का निवासी अर्द्धेंदु बाग (33) उर्फ धनु, आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के कुमारपुर इलाके का निवासी बिट्टू खान (22) और आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र के आजाद बस्ती इलाके का निवासी मोहम्मद साहिल अंसारी (18) शामिल हैं. इनके पास से 100 जियो नैनो मोबाइल फोन का सिम कार्ड, 24 डेबिट कम एटीएम कार्ड, दो-दो सिम कार्ड लगे तीन मोबाइल फोन, एक बाइक और नकदी 9612 रुपये बरामद हुए.

अर्द्धेंदु बाग सिम कार्ड और एटीएम कार्ड बिट्टू और साहिल को देने आया था. ये दोनों लोग यह सारा सामान साइबर ठगी करनेवालों को सौंपने वाले थे. एडीपीसी (डीडी) के अवर निरीक्षक पार्थ सरकार की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने में कांड संख्या 69/24 में बीएनएस की धारा 319(2)/318(4)/316(2)/61(2)/338/336(3) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. कांड के जांच अधिकारी रूपम घोष ने मंगलवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया और 14 दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने सात दिनों की रिमांड मंजूर की. पुलिस को इनके पास से साइबर अपराध से जुड़ी कई अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है. क्या है पूरा मामला? एडीपीसी (डीडी) के अवर निरीक्षक श्री सरकार ने अपनी शिकायत में बताया कि सोमवार अपराह्न उन्हें सूचना मिली कि बुदबुद से एक साइबर अपराधी आसनसोल स्टेशन के सात नंबर प्लेटफॉर्म के निकट झांसी रानी मैदान में कुछ लोगों को एटीएम कार्ड और सिम कार्ड देने आ रहा है. इस सूचना को साइबर क्राइम थाने के साथ साझा करके एक टीम बनायी गयी और टीम प्लेटफॉर्म के निकट पहुंच गयी. झांसी रानी मैदान में तीन लोगों को आपस में बात करते हुए देखा गया. उनके पास जाने पर वे भागने लगे, शक पुख्ता हो गया और तीनों को घेरकर पकड़ लिया गया. पूछताछ करने पर सभी ने अलग-अलग समय पर अलग-अलग बयान दिया. जिसके उपरांत उनकी तलाशी ली गयी तो सभी चौंक गये. अर्द्धेंदु के पास 100 जियो नैनो सिम कार्ड, एक कीपैड मोबाइल फोन, 12 रूपे डेबिट कार्ड मिले.

बिट्टू के पास से एक स्मार्ट फोन, नकद 1800 रुपये, पांच रूपे डेबिट कार्ड, एक वीसा प्लेटिनम डेबिट कार्ड, एक बाइक और साहिल के पास से एक स्मार्ट फोन, छह रूपे डेबिट कार्ड, नकद 7812 रुपये बरामद हुए. सिम, डेबिट कार्ड के एवज में कोई ठोस सबूत वे नहीं पेश कर पाये. सिम और डेबिट कार्ड के कई लोगों के नाम पर होने की जांच शुरू हुई है.

सरगना मुर्शिदाबाद में बैठकर पूरे कांड का कर रहा है संचालन, हुआ खुलासा

प्राथमिक जांच में अर्द्धेंदु ने पुलिस को बताया कि यह सारा सामान मुर्शिदाबाद के एक व्यक्ति ने बिट्टू और साहिल तक पहुंचाने के लिए दिया था. उसका काम डिलीवरी करना था, जिसे करने के लिए वह यहां आया था और पकड़ा गया. बिट्टू और साहिल ने पुलिस को बताया कि ये सारा सामान वे साइबर ठगी करनेवालों को सौंपने वाले थे. प्राथमिक जांच में यह भी खुलासा हुआ कि जितने भी एटीएम कार्ड हैं, सभी सिम कार्ड के साथ कनेक्टेड हैं. सिम कार्ड के साथ एटीएम कार्ड ये लोग साइबर ठगों को पहुंचाते हैं. जिससे साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी का पैसा आसानी से इन्हीं एटीएम कार्ड के जरिये निकालते हैं. ये सारे एटीएम कार्ड अलग-अलग लोगों के नाम पर हैं. उन व्यक्तियों को इसकी जानकारी है या नहीं, या फिर वे लोग पैसे लेकर अपने एटीएम कार्ड का उपयोग साइबर अपराधियों को करने के लिए दे रहे हैं, इसकी जांच पुलिस कर रही है. ये लोग किस साइबर अपराधी को यह सारा सामान पहुंचाने वाले थे? अबतक कितना सिम कार्ड और एटीएम कार्ड पहुंचाया है? अर्द्धेंदु के अलावा और कितने सप्लायर हैं? मुर्शिदाबाद के अलावा और कहां-कहां से यह आता है? इन सभी सवालों पर बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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