Leheriya Sari Of Rajasthan: राजस्थान में वैसे तो हर तीज त्योहार मौसम के अनुसार साड़ी और कपड़ों के पहनने के तरीके बदल जाते है. जैसे ही की बरसात में सावन की रौनक आती है यहां तीज और रक्षाबंधन पर चमकने लगती है लहरिया साड़ियां(Leheriya Sari). जी हां तीज और रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के अवसर पर पहनी जाती है राजस्थान की ये मशहूर साड़ी
भारत में मानसून आने के साथ ही राजस्थान के शुष्क इलाकों में आरामदायक लहरिया साड़ी नजर आने लगती है. राजस्थान में यह लहरिया साड़ी(Leheriya Sari)आज उत्सव और परंपरा का प्रतीक बन गई है.
![Leheriya Sari: अपनी साड़ियों के कलेक्शन में ऐड करे लहरिया साड़ी, तीज त्योहारों में खास पहनी जाती है 1 Leheriya 1](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/08/Leheriya-1-1024x683.png)
इस समय, राजस्थानी महिलाएं तीज और रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के खुशी के मौकों पर बेहतरीन लहरिया साड़ियां पहनी नजर आती है. यह टाई-डाई क्राफ्ट, जिसका राजस्थानी में मतलब “लहरें” होता है, न केवल बरसात के मौसम को खुशनुमा बनाता है बल्कि इस क्षेत्र की सांस्कृतिक समृद्धि और उत्सवी भावना को भी दर्शाता है.
लहरिया का सार: रेगिस्तान में रंगों की क्राफ्टिंग
![Leheriya Sari: अपनी साड़ियों के कलेक्शन में ऐड करे लहरिया साड़ी, तीज त्योहारों में खास पहनी जाती है 2 Leheriya 2](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/08/Leheriya-2-1024x683.png)
लहरिया, राजस्थान की एक पारंपरिक टाई-एंड-डाई तकनीक है, जो मानसून के सार को दर्शाती है. “लेहरिया” शब्द “लेहर” से आया है, जिसका अर्थ है लहर, जो पानी के गतिशील प्रवाह और शुष्क रेगिस्तानी परिदृश्य पर इसके प्रभाव को दर्शाता है. यह तकनीक लहरों की तरह दिखने वाली धारियां बनाती है.
लेहरिया शिल्प मुख्य रूप से शिफॉन कपड़ों पर उकेरा जाता है, गर्म गुलाबी, पीले और फ्लोरोसेंट हरे जैसे चमकीले, रंगों का उपयोग इस साड़ी की पहचान है, जैसे ही मानसून की बारिश रेगिस्तान को हरा रंग देती है, लेहरियां साड़ी स्त्रीयों की पसंद बन जाती है.
तीज और रक्षा बंधन में पहनती है महिलायें
![Leheriya Sari: अपनी साड़ियों के कलेक्शन में ऐड करे लहरिया साड़ी, तीज त्योहारों में खास पहनी जाती है 3 Leheriya 3](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/08/Leheriya-3-1024x683.png)
तीज और रक्षा बंधन राजस्थान में महत्वपूर्ण त्यौहार हैं, जिन्हें बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है. तीज मानसून की शुरुआत का प्रतीक है और महिलाओं के लिए रंग-बिरंगे परिधानों में सजने-संवरने और बारिश का आनंद लेने का समय होता है.
दूसरी ओर, रक्षाबंधन भाई-बहनों के बीच के बंधन का जश्न मनाता है, जो इसे जीवंत उत्सव और पारंपरिक अनुष्ठानों का दिन बनाता है.इन त्योहारों के दौरान, लेहरिया साड़ियां न केवल एक फैशन हैं, बल्कि सांस्कृतिक विरासत का प्रतिबिंब भी हैं.
महिलाएं उत्सव के परिधान में समकालीन स्पर्श जोड़ते हुए परंपरा का सम्मान करने के लिए इन साड़ियों को चुनती हैं. लेहरिया साड़ियों के चमकीले और चंचल पैटर्न उत्सव के माहौल को बनाते हैं, जिससे वे इन खुशी के अवसरों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन जाते हैं.
Also Read : इस साल भारत मनाने जा रहा 78वां स्वतंत्रता दिवस, जानें क्या है थीम
Also Read : स्वतंत्रता दिवस पर भाषण स्पीच और स्लोगन, यहां है 5 बेस्ट आइडिया
इस मानसून में लेहरिया स्टाइल करने के लिए फैशन टिप्स
इस मानसून के मौसम में लेहरिया साड़ी का अधिकतम लाभ उठाने के लिए, निम्नलिखित स्टाइलिंग टिप्स पर विचार करें:
1. लेहरिया प्रिंट में इंडो-वेस्टर्न ड्रेस
आधुनिक ट्विस्ट के लिए, लेहरिया प्रिंट में इंडो-वेस्टर्न ड्रेस या सूट चुनें. हॉट पिंक, रेड और ग्रीन जैसे चमकीले रंग मानसून के दिनों में रंग भरने के लिए आदर्श हैं.
2. डेली एलिगेंस के लिए पेस्टल पलाजो ट्राइ करे
पेस्टल शेड्स में लेहरिया सूट रोजाना पहनने या छोटे-मोटे इवेंट्स के लिए परफेक्ट हैं. ग्रीन या लैवेंडर जैसे सॉफ्ट पेस्टल रंग एक परिष्कृत और एलिगेंट लुक देते हैं. पेस्टल लेहरिया सूट ठाठ और आरामदायक दोनों हो सकता है, जो इसे कैजुअल आउटिंग या अनौपचारिक समारोहों के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाता है.
Also Read : रक्षाबंधन और सावन में जरूर ट्राइ करें ये ट्रेंडी मेहंदी डिजाइन
Also Read : रक्षाबंधन पर बहनें राशि अनुसार बांधे भाइयों की कलाई पर राखी, दोनों के जीवन में मिलेगी सफलता
3. अनोखी लेहरिया ऑर्गेंजा साड़ी
जहां शिफॉन लेहरिया के लिए एक पारंपरिक विकल्प है, वहीं ऑर्गेंजा लेहरिया साड़ी एक अनूठा और सुंदर विकल्प प्रदान करती है. किसी भी भीड़ में अलग दिखने के लिए मोती की सजावट वाली ऑर्गेंजा साड़ी चुनें.
4. ग्लैमरस मोथरा लेहरिया लहंगा
मोथरा लेहरिया लहंगा, जिसमें विकर्ण रेखाएं छोटे आयताकार पैटर्न बनाती हैं, उत्सव के समारोहों के लिए एक शानदार विकल्प है.
Also Read: Monsoon Tips for Garden:मानसून में पौधों की ऐसे करे देखभाल, पौधे रहेंगे स्वस्थ