27.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 02:41 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Buddhadeb Bhattacharjee : एनआरएस को सौंपा जायेगा बुद्धदेव भट्टाचार्य का पार्थिव शरीर

Advertisement

Buddhadeb Bhattacharjee : बुद्धदेव का कोई एक करीबी रिश्तेदार अस्पताल में शपथ पत्र जमा करेगा. फिर शरीर को संरक्षित करने के लिए विशेष रसायनों को नस में इंजेक्ट किया जायेगा. चिकित्सीय भाषा में इस प्रक्रिया को ''''एम्बामिंग'''' कहा जाता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Buddhadeb Bhattacharjee : पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य (Buddhadeb Bhattacharjee) का पार्थिव शरीर एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल को दान कर दिया जायेगा. हालांकि देहदान से पहले परिवार को शपथ पत्र अस्पताल में जमा करना होगा. उसके बाद शव को अस्पताल के एनाटमी विभाग के विशिष्ट कक्ष में रखा जायेगा. शव का इस्तेमाल मेडिकल छात्रों के शोध के लिए किया जायेगा. इस संबंध में एनआरएस के एक चिकित्सक ने बताया कि बुद्धदेव का कोई एक करीबी रिश्तेदार अस्पताल में शपथ पत्र जमा करेगा. फिर शरीर को संरक्षित करने के लिए विशेष रसायनों को नस में इंजेक्ट किया जायेगा. चिकित्सीय भाषा में इस प्रक्रिया को ””एम्बामिंग”” कहा जाता है.

- Advertisement -

देहदान से पहले परिजनों को करना होगा शपथ पत्र पर हस्ताक्षर

इसके बाद शव को विशेष तरह के रसायन से भरे एक कंटेनर में रखा जायेगा. कंटेनर के बाहर निकालने के बाद शव पर एक विशेष रासायनिक कोटिंग की जायेगी. वहीं, परिवार द्वारा शव अस्पताल को सौंपे जाने के दौरान अस्पताल व विभाग के आला अधिकारी उपस्थित रहेंगे. इसके लिए अस्पताल परिसर की साफ-सफाई करायी जा रही है. इस संबंध में एनाटमी विभाग के प्रोफेसर डॉ अभिजीत भक्त ने कहा बुद्धदेव पूर्व मुख्यमंत्री हैं.

Mamata Banerjee : झारखंड के पानी से डूब सकते हैं बंगाल के कई जिलें, ममता बनर्जी हुई चिंतित और किया फोन

देहदान के बाद परिवार के सदस्य दोबारा नहीं देख सकेंगे बुद्धदेव का चेहरा

उन्होंने अपना देह इसलिए दान किया था, क्योंकि उन्हें चिकित्सा अनुसंधान कार्य की आवश्यकता महसूस हुई थी. ऐसे में इस पूरी प्रक्रिया को गरिमा के साथ की जायेगी. डॉक्टर ने बताया कि पूर्व सीएम के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं होगी. बुद्धदेव भट्टाचार्य के इस कदम से मरणोपरांत देहदान के प्रति लोग जागरूक होंगे. लोग देहदान के लिए आगे आयेंगे.

संदेशखाली के विकास पर मंत्री सुजीत बोस ने की चर्चा

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें