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ग्रामीण बैंक के डिफॉल्टर ऋणी गिरफ्तार

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हरलाखी . थाना पुलिस ने गुरुवार को पिपरौन गांव निवासी राम लखन महतो को उसके घर से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए राम लखन महतो उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक खिरहर शाखा के एक डिफॉल्टर ऋणी है. जो कई दिनों से पुलिस पकड़ से दूर था. जानकारी के अनुसार आरोपित 29 जनवरी 2008 को ट्रैक्टर उपकरण के लिए खिरहर स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक से 3 लाख 5 हजार 150 रुपए का ऋण लिया था. जो सही समय – समय पर ऋण जमा नहीं होने के कारण एनपीए हो गया. शाखा प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक सहित अन्य बैंककर्मी दर्जनों बार ऋणी से घर पर संपर्क कर ऋण चुकता करने के लिए आग्रह करते रहे. लेकिन ऋणी इस दिशा में ध्यान नहीं दे रहा था. 2017-18 ई में तात्कालिक शाखा प्रबंधक ने जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी मधुबनी के समक्ष ऋणी के विरुद्ध सर्टिफिकेट दर्ज किया था. 13 फरवरी 2023 तक ब्याज सहित 5 लाख 27 हजार 430 रुपए बन गए. इसी दिन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक ने ओटीएस के तहत 90 दिन का समय देकर 2 लाख 65 हजार रुपए पर समझौता कर दिया. आरोपित 32 हजार रुपए जमा भी किया. लेकिन इसके बाद कोई राशि जमा नहीं की. जिसके बाद जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी के कार्यालय से आरोपित के विरुद्ध वारंट निर्गत किया गया. जिसके आलोक में हरलाखी थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सहनी ने वारंटी को गिरफ्तार कर उसे जिला नीलाम पत्र कार्यालय मधुबनी को सुपुर्द कर दिया है. इस कार्रवाई से बैंकों के ऋणी में हड़कंप मचा हुआ है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

हरलाखी . थाना पुलिस ने गुरुवार को पिपरौन गांव निवासी राम लखन महतो को उसके घर से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए राम लखन महतो उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक खिरहर शाखा के एक डिफॉल्टर ऋणी है. जो कई दिनों से पुलिस पकड़ से दूर था. जानकारी के अनुसार आरोपित 29 जनवरी 2008 को ट्रैक्टर उपकरण के लिए खिरहर स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक से 3 लाख 5 हजार 150 रुपए का ऋण लिया था. जो सही समय – समय पर ऋण जमा नहीं होने के कारण एनपीए हो गया. शाखा प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक सहित अन्य बैंककर्मी दर्जनों बार ऋणी से घर पर संपर्क कर ऋण चुकता करने के लिए आग्रह करते रहे. लेकिन ऋणी इस दिशा में ध्यान नहीं दे रहा था. 2017-18 ई में तात्कालिक शाखा प्रबंधक ने जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी मधुबनी के समक्ष ऋणी के विरुद्ध सर्टिफिकेट दर्ज किया था. 13 फरवरी 2023 तक ब्याज सहित 5 लाख 27 हजार 430 रुपए बन गए. इसी दिन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक ने ओटीएस के तहत 90 दिन का समय देकर 2 लाख 65 हजार रुपए पर समझौता कर दिया. आरोपित 32 हजार रुपए जमा भी किया. लेकिन इसके बाद कोई राशि जमा नहीं की. जिसके बाद जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी के कार्यालय से आरोपित के विरुद्ध वारंट निर्गत किया गया. जिसके आलोक में हरलाखी थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सहनी ने वारंटी को गिरफ्तार कर उसे जिला नीलाम पत्र कार्यालय मधुबनी को सुपुर्द कर दिया है. इस कार्रवाई से बैंकों के ऋणी में हड़कंप मचा हुआ है.

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