राउरकेला. सेल की ओर से राउरकेला स्टील प्लांट के विस्तार करने का निर्णय लिया गया है. इस विस्तार परियोजनाओं पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन किया गया. लेकिन अतिक्रमण की समस्या के कारण यह परियोजनाएं आगे नहीं बढ़ पा रही हैं. पिछले तीन वर्षों से अतिक्रमण हटाने के लिए आरएसपी की ओर से राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया जा रहा है, लेकिन कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया गया. अब प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया है. वहीं राज्य और केंद्र दोनों में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार होने से इस परियोजना के भविष्य को लेकर उम्मीदें जगी हैं. वर्तमान में आरएसपी की वार्षिक गर्म धातु उत्पादन क्षमता 4.5 मिलियन टन है. क्षमता बढ़ाने के लिए हरी झंडी के साथ आरएसपी के विस्तार के लिए सेल प्रबंधन द्वारा 2021 में 30,000 करोड़ रुपये मंजूर किये गये हैं.
झुग्गियों से 295 परिवारों को हटाया जायेगा
जानकारी के अनुसार इस विस्तार परियोजना के लिए लगभग 2 हजार एकड़ भूमि की आवश्यकता है. इसके लिए बरकानी बस्ती, बाहागढ़ बस्ती, डीजल कॉलोनी बस्ती, बीजू बंध बस्ती, रेंगाली बस्ती, काटे बस्ती और गिरिजा टोली बस्ती में अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया गया. इस परियोजना के लिए इन झुग्गियों से लगभग 295 परिवारों को हटाया जायेगा. लेकिन भूमि अधिग्रहण का शुरू से ही विरोध किया गया. इसलिए आरएसपी के लिए आवश्यक भूमि की मात्रा 2 हजार एकड़ से घटाकर 12 सौ एकड़ कर दी गयी.वहीं बेदखल किए गए परिवारों को पुनर्वास और उचित मुआवजा पैकेज की पेशकश की गयी.प्रशासन के साथ उच्च स्तरीय बैठकें रहीं बेनतीजा
आरएसपी की प्रशासन के साथ कई उच्च स्तरीय बैठकें हुईं लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. वहीं दूसरी ओर जमीन पर अवैध करनेवाले लोगों ने यहां पर 50/60 साल से बसे होने के कारण इस परियाेजना का पुरजोर विरोध किया है. राज्य सरकार की ओर से बेदखली में रुचि नहीं लेने के कारण बेदखली की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी. गौरतलब है कि इस विस्तार के पहले चरण के तहत लोहा और स्टील मिलें, नए कच्चे माल के हैंडलिंग प्लांट, कोक ओवन, सिंटरिंग प्लांट, ब्लास्ट फर्नेस, नयी स्टील मेल्टिंग शॉप और अन्य सहायक इकाइयां स्थापित करने की योजना थी. इस बीच सेल बोर्ड ने पहले ही इस्को, बोकारो स्टील प्लांट आदि के विस्तार के लिए फंड को मंजूरी दे दी है. लेकिन राउरकेला में अतिक्रमण नहीं हटाये जाने के कारण विस्तार परियोजना अधर में लटक गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है