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Chanakya Niti: इन 7 चीजों को खाकर भी कर सकते हैं पूजा पाठ, इन्हें माना गया है पवित्र

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Chanakya Niti: आज इस आर्टिकल में हम आपको चाणक्य की उन बातों को बताने जा रहें हैं जिन्हें खाकर भी आप पूछा पाठ कर सकते हैं. चाणक्य ने बताया कि ये 7 ऐसे पदार्थ हैं जो पवित्र हैं.

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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपने जीवनकाल में कई तरह की नीतियों की रचना की है. कहा जाता है जब कोई व्यक्ति आचार्य चाणक्य द्वारा इन नीतियों में बताई गयी बातों का अनुशरण करता है तो ऐसे में उसे सफल होने से और एक खुशहाल जिंदगी जीने से कोई भी रोक नहीं सकता है.

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आज इस आर्टिकल में हम आपको चाणक्य की उन बातों को बताने जा रहें हैं जिन्हें खाकर भी आप पूछा पाठ कर सकते हैं. चाणक्य ने बताया कि ये 7 ऐसे पदार्थ हैं जो पवित्र हैं. इसे खाने के बाद भी आप पूजा पाठ जैसे आचरण कर सकते हैं. आइए जानते हैं चाणक्य के विचार…

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इक्षुरापः पयो मूलं ताम्बूलं फलमौषधम्
भक्ष्यित्वापि कर्तव्यः स्नान दानादिकाः क्रियाः

इस श्लोक में चाणक्य ने बीमार और भूख से व्याकुल लोगों के लिए शास्त्र सम्मत कथन का उल्लेख किया है. वो कहते हैं कि शास्त्रों में जल, गन्ना, दूध, कंद, पान, फल ​​और औषधियों को अत्यंत पवित्र हैं. इसलिए इनका सेवन करने के बाद भी व्यक्ति धार्मिक कार्य और अनुष्ठान कर सकता है. इनसे पूजा पाठ में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है.

आमतौर पर भारतीयों में यह मान्यता है कि स्नान, ध्यान आदि करने के बाद ही फल और औषधि का सेवन करना चाहिए. लेकिन चाणक्य कहते हैं कि बीमारी या किसी अन्य स्थिति में दूध, पानी, कंद, फल और औषधि का सेवन किया जा सकता है. इसमें कोई पाप नहीं है. इसके बाद स्नान आदि करके पूजा-पाठ और धार्मिक क्रियाकलाप करना अनुचित नहीं है.

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