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चौथे दिन भी बाघ को ले सजग रहे वन कर्मी, सरेह में निगरानी जारी

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मृत नीलगाय के मांस का सतर प्रतिशत मांस खाने के बाद बाघ अभी भी कौड़ेना नदी के तट के आसपास गन्ने के खेतों में ही डेरा जमाये हुये है.

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मैनाटांड़. मृत नीलगाय के मांस का सतर प्रतिशत मांस खाने के बाद बाघ अभी भी कौड़ेना नदी के तट के आसपास गन्ने के खेतों में ही डेरा जमाये हुये है. मंगलवार की अपराह्न मंगुराहा वन विभाग के रेंजर सुनील पाठक भी सदलबल मौके पर पहुंचे. रेंजर अपने वन कर्मियों के साथ कौड़ेना नदी के तट के आसपास गन्ने के खेतों में जाकर जानकारी ली. साथ ही मृत नीलगाय को भी देखा. रेंजर ने बताया कि वन विभाग के रैपिड रिस्पांस टीम के कर्मियों का दल बाघ की लगातार 24 घंटे निगरानी में लगा हुए हैं. बाघ के द्वारा मारे गये नीलगाय का सतर प्रतिशत मांस खा लिया गया है. रेंजर ने बताया कि बाघ की निगरानी में लगाये गये टीम के द्वारा और स्वयं के जांच में यह खुलासा हुआ है और रोज-रोज बाघ गन्ने के खेत से निकलकर मृत नीलगाय को खींचकर स्थान बदलते रह रहा है. उन्होंने कहा कि एक दो दिन में नीलगाय का पूरा मांस खाने के बाद ही बाघ संतुष्ट होकर जंगल की ओर रूख कर लेगा. बाघ को कोई डिस्टर्ब नहीं करें, बाघ कहीं आक्रमक न हो जाये. इसको लेकर 24 घंटे वन विभाग के द्वारा निगरानी की जा रही है. बाघ के जंगल की ओर लौटने तक वन विभाग अलर्ट मोड में है. रैपिड रिस्पांस टीम के कर्मियों से लगातार संपर्क बनाया जा रहा है. बाघ के एक एक गतिविधियों पर पूरी नजर है. उन्होंने बताया कि चिन्हित गन्ने के खेतों की तरफ नहीं किसानों और पशुपालकों को नहीं जाने दिया जा रहा है. आसपास के गांवों के मंदिर और मस्जिदों से माइकिंग कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. वन विभाग के कर्मियों के द्वारा लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. वन विभाग का पूरा प्रयास है कि बिना किसी परेशानी के बाघ जंगल की ओर लौट जायें. उधर रेंजर के पहुंचने की खबर पहुंचे लोगों ने बताया कि कौड़ेना नदी के तट पर नीलगाय काफी संख्या में थी. वहीं खेतों में सियार भी रहते थे. लेकिन बाघ की चहलकदमी से एक भी नीलगाय और सियार नहीं देखे जा रहे हैं. नीलगाय और सियार उधर से कहीं अन्यत्र चले गये हैं. बाघ की निगरानी में वन विभाग की रितु सिंह, मुकेश राम, केशव कुमार, क्षेत्र वैज्ञानिक पंकज ओझा, विपिन यादव, प्रकाश कुमार, इंद्रजीत यादव, रुपेश कुमार,गेनू कुमार, चंदन कुमार राम, राकेश यादव, सुरेंद्र यादव, दिग्विजय साह, बृजमोहन साह, नवल कुमार बीन आदि मौजूद रहे.

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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