जूट मिलों में प्रबंधन पर हमले और हड़ताल पर जतायी चिंता कोलकाता. भारतीय जूट मिल्स एसोसिएशन (आइजेएमए) ने राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक को पत्र लिख कर संबद्ध मिलों में ‘प्रबंधन कर्मियों पर हिंसक हमले तथा गैरकानूनी हड़ताल’ की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. पत्र में आइजेएमए ने श्रमिकों की अनुशासनहीनता के मुद्दे को उजागर किया और कहा : अनुशासन सुनिश्चित करने व उत्पादकता बढ़ाने के प्रबंधन के प्रयासों को श्रमिकों के एक वर्ग द्वारा श्रम संघ प्रतिनिधियों की मदद से बार-बार बाधित किया जा रहा है. पत्र में कहा गया कि हाल ही में एलायंस मिल्स (पट्टेदार) लिमिटेड में प्रबंधन कर्मियों पर हिंसक हमला हुआ तथा गैरकानूनी हड़तालें की गयीं. एसोसिएशन के अनुसार, इन घटनाओं ने ‘मिलों के प्रबंधकीय तथा पर्यवेक्षी कर्मियों के बीच दहशत तथा अनिश्चितता का माहौल उत्पन्न हो गया,’जिस कारण वे अपने काम करने को लेकर अनिच्छुक हैं. एसोसिएशन ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह मामले में हस्तक्षेप करे और गलत तरीके से श्रमिकों को भड़काने वाले श्रम संघों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. साथ ही स्थानीय प्रशासन और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को संवेदनशील बनाये, ताकि प्रबंधन द्वारा ऐसी घटनाओं की सूचना दिये जाने पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके. आइजेएमए ने उम्मीद जाहिर की कि राज्य सरकार के तत्काल हस्तक्षेप से जूट मिलों के प्रबंधन का मनोबल बढ़ेगा और उद्योग की वृद्धि में मदद मिलेगी.
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