23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बीईओ ने स्काउटिंग प्रशिक्षण शिविर का लिया जायजा

Advertisement

नगर परिषद क्षेत्र के प्लस टू पब्लिक हाई स्कूल में पांच दिवसीय प्रशिक्षण सह परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

सूर्यगढ़ा. नगर परिषद क्षेत्र के प्लस टू पब्लिक हाई स्कूल में बिहार राज्य भारत स्काउट-गाइड के प्रवेश, प्रथम व द्वितीय सोपान का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सह परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर के दूसरे दिन बुधवार को बीईओ कुमारी परिणीता ने प्रशिक्षण कार्य का जायजा लिया. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने स्काउटिंग कैंप की सराहना की और कहा कि इससे दैनिक जीवन में अनुशासित होकर जीने की प्रेरणा मिलती है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने छात्रों को कैंप में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा आप सभी लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लीजिए. विद्यालय के प्रधानाध्यापिका निशा कुमारी ने बताया कि स्काउटिंग से ना सिर्फ मनोरंजन होता है बल्कि दिमाग भी तेज होता है तथा स्काउटिंग सामाजिक, मानसिक, शारीरिक और अध्यात्मिक विकास भी करता है बच्चों में उत्साह और और उमंग संचार करने के लिए स्काउट गाइड जैसे प्रशिक्षण अवश्य लेना चाहिये. इधर दूसरे दिन शिविर में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन हुआ. इस बीच शिविर प्रधान के कुशल निर्देशन पर सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे स्काउट अनुराग आनंद के द्वारा सभी स्काउट छात्र को हृदय एवं सांस पुनजीर्वित करने की प्रक्रिया सीपीआर के माध्यम से बताया गया कि वयस्कों को 30 बार छाती दबाने और उसके बाद दो बार सांस लेने की आवश्यकता होती है. इस सीपीआर चक्र को तब तक जारी रखना चाहिये जब तक कि मदद न आ जाये या वे सांस लेना शुरू न कर दें. सीपीआर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा छाती को दबाना है. मदद के लिए पुकारने के बाद यथाशीघ्र छाती को दबाना शुरू कर देना चाहिये. जब भी हम अगर किसी को सीपीआर देते हैं तो एक हाथ की दो उंगलियां छाती के बीचों बीच रेखा के ठीक नीचे, छाती के बीच में रखें. छाती को धीरे से लगभग 1.5 इंच (लगभग 4 सेंटीमीटर) तक दबायें. जब आप काफी तेज लय में धक्का दें तो जोर से गिनें. आपको एक मिनट में 100 से 120 बार दबाव डालना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे आप वयस्कों को सीपीआर देते समय कर सकते हैं. शिविर में और भी भिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला जा रहा है. मौके पर विद्यालय की शिक्षक एवं शिक्षिकाएं के द्वारा भी भरपूर सहयोग किया जा रहा है. रविशंकर कुमार, अमृत कुमार, राजीव कुमार, पीयूष कुमार, मौसमी कुमारी, शशिभूषण कुमार, विलसन कुमार, विद्या लक्ष्मी कुमारी सहित कई लोगों उपस्थित थे.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें