26.1 C
Ranchi
Thursday, February 6, 2025 | 03:51 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Electric Scooter की कम रेंज से हैं परेशान? अपनाएं ये 5 ट्रिक्स, 150km की रेंज पक्की

Advertisement

पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की तरह, इलेक्ट्रिक स्कूटर भी ज्यादा वजन उठाने पर कम दूरी तय करते हैं. इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बार चार्ज में जितनी दूर जा सकता है, वो स्कूटर और सवार के कुल वजन पर निर्भर करता है. स्कूटर का वजन कम करने से आप ज्यादा दूर जा सकते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटरों की लोकप्रियता तेजी के साथ आगे बढ़ रही है लेकिन, Electric Scooter चलाने में सबसे बड़ी दिक्कत है इसकी रेंज. जहां पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर को मिनटों में रिफिल किया जा सकता है, वहीं इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज होने में घंटों लग जाते हैं. साथ ही, चार्जिंग स्टेशन न मिलने की भी दिक्कत रहती है, जबकि पेट्रोल पंप तो आसानी से मिल जाते हैं. इसलिए, अगर आप इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाते हैं या खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स जानना काफी फायदेमंद हो सकता है.

- Advertisement -

भारी वजन के सामान को लेकर सफर से बचें

पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की तरह, इलेक्ट्रिक स्कूटर भी ज्यादा वजन उठाने पर कम दूरी तय करते हैं. इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बार चार्ज में जितनी दूर जा सकता है, वो स्कूटर और सवार के कुल वजन पर निर्भर करता है. स्कूटर का वजन कम करने से आप ज्यादा दूर जा सकते हैं. हालांकि, वजन की क्षमता से ज्यादा वजन ले जाने से रेंज कम हो जाती है. बेहतर रेंज के लिए, सिर्फ जरूरी सामान ही ले जाने की सलाह दी जाती है और बेकार के सामान से बचें. साथ ही, स्कूटर में अतिरिक्त सामान न लगाएं क्योंकि इससे वजन बढ़ता है और रेंज कम हो जाती है.

Also Read: इन कारों के नाम के पीछे छुपा है एक खास राज

कम ट्रैफिक वाले रास्ते को चुनें

अपने रास्ते की योजना बनाने से आप अपने स्कूटर की रेंज को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं. ऐसे रास्ते चुनें जहां कम ट्रैफिक जाम हो. जहां तक हो सके, पहाड़ी इलाकों से बचें और समतल सड़कों का चुनाव करें. अपने दैनिक आवागमन के लिए कम समय लेने वाले और किफायती रास्तों को खोजने के लिए जीपीएस सिस्टम का इस्तेमाल करें. हालांकि, ध्यान रखें कि आप जो रास्ता चुनते हैं वो सुरक्षित भी हो.

टायर में हवा का प्रेशर चेक करते रहे

टायर की हवा का प्रेशर सीधे तौर पर इलेक्ट्रिक स्कूटर की रेंज को प्रभावित करता है. जब टायर में सही हवा होती है, तो टायर और जमीन के बीच का संपर्क कम हो जाता है, जिससे घर्षण कम हो जाता है. इससे मोटर कम मेहनत करके ज्यादा कुशलता से चलती है, जिससे कम बिजली पैदा होती है और कम खर्च होती है. नतीजतन, बैटरी ज्यादा चलती है और आप ज्यादा दूर जा सकते हैं. वहीं, अगर टायर में कम हवा है, तो ज्यादा सतह जमीन से सिक जाती है, जिससे घर्षण बढ़ जाता है और बैटरी ज्यादा खर्च होती है.

गैर-जरूरी इलेक्ट्रिक फीचर्स बंद रखें

इलेक्ट्रिक स्कूटर में सब कुछ बैटरी पर चलता है. इसका मतलब है कि हर तरह का बिजली का सामान बैटरी कमजोर करेगा. स्कूटर में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, नेविगेशन जैसी सुविधाएं हो सकती हैं. इन बेकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बंद करने से बैटरी पर कम भार पड़ेगा और ज्यादा दूरी तय करने के लिए बिजली बचेगी. हालांकि, कुछ खास फीचर्स जैसे ब्लूटूथ और रिफ्लेक्टर लाइट्स को तो कानून के कारण बंद नहीं किया जा सकता, लेकिन आप LED डे टाइम रनिंग लाइट्स और हेडलाइट्स को बंद कर सकते हैं.

Also Raed: बारिश के पानी में अगर डूब जाए आपकी कार तो ना हों परेशान, ये हैं बचाव के उपाय

बैटरी का रखरखाव

आपकी इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की सेहत ठीक रखने से भले ही सीधे तौर पर रेंज ना बढ़े, लेकिन ये आपकी स्कूटर की अधिकतम रेंज को कम होने से बचाने में मदद कर सकता है. सभी बैटरीज़ समय के साथ खराब होती ही हैं. बैटरी को पूरी तरह खत्म होने से बचाना और 15 प्रतिशत या उससे कम चार्ज होने पर ही उसे दोबारा चार्ज करना जरूरी है. साथ ही, बैटरी को बहुत ज्यादा गर्मी या ठंड से बचाना भी जरूरी है. लिथियम आयन बैटरीज़ 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास सबसे अच्छा काम करती हैं, क्योंकि ज्यादा गर्मी बैटरी की लाइफ कम कर सकती है और ज्यादा ठंड बैटरी की क्षमता कम कर सकती है.

रिजनरेटिव ब्रेकिंग

कुछ इलेक्ट्रिक स्कूटर रिजनरेटिव ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी से लैस होते हैं. ये स्कूटर रफ्तार कम करते या रुकते समय बैटरी को फिर से चार्ज कर लेते हैं. ये सिस्टम उस kinetic energy का इस्तेमाल करता है जो ब्रेक लगाने पर खर्च हो जाती है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें