चाकुलिया. चाकुलिया पुराना बाजार स्थित चंद्रेश्वर शिव मंदिर परिसर में पांच दिवसीय गाजन उत्सव का धूमधाम से समापन हो गया. चाकुलिया स्थित पक्का घाट तालाब से चंद्रेश्वर शिव मंदिर परिसर तक श्रद्धालुओं की हठभक्ति देख लोग हतप्रभ रह गये. गाजन उत्सव में शामिल भोक्ताओं ने जीभ में लोहे की कील घोंपकर, जीभ में 10 फीट लंबा छड़ घोंपकर, आग के ऊपर उल्टा लटक कर और दहकते शोलों पर नंगे पांव चलकर चंद्रेश्वर महादेव को प्रसन्न करने का प्रयास किया. पांच दिनों तक मंदिर परिसर में भोक्ताओं ने तपस्या की. इसे देखने के लिए दूर दराज के क्षेत्रों से लोग पहुंचे थे. लगातार पांच दिनों तक भोक्ता मंदिर परिसर में रहे. पक्का घाट तालाब में स्नान किया. सिर्फ एक बार रात्रि के समय भोजन किया. अपने शरीर को यातनाएं देकर हठभक्ति दिखायी. पुजारी शिवदास पंडा ने विधि-विधान के साथ गाजन उत्सव संपन्न कराया. गाजन उत्सव के अंतिम दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचे. भोक्ता ईश्वर की असीम भक्ति में सराबोर रहे. ज्ञात हो कि चंद्रेश्वर शिव के प्रति आसपास के लोगों में भारी आस्था है. ऐसी मान्यता है कि चंद्रेश्वर शिव अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
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