गया. चांदचौरा स्थित सिजुआर भवन में सुर सलिला गयाजी ट्रस्ट द्वारा सोमवार से सात दिवसीय शास्त्रीय गायन कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षक पंडित राजन मिश्र, ट्रस्ट के संयोजक राजेंद्र सिजुआर, अध्यक्ष केके नारायण, सचिव राजेश्वर सिंह, पूर्व सचिव हरिश्वर सिंह, संयुक्त सचिव दिनेश महुआर, नंदन कुमार सिन्हा, मीडिया प्रभारी रूपक प्यासा, प्रियरंजन डायर, कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार व अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर व माता सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंडित साजन मिश्रा ने ट्रस्ट के प्रति अपना आभार प्रकट करते हुए कहा कि ज्ञान व मोक्ष की भूमि में इस कार्यशाला में सहभागिता एक बार फिर हो रही है. उन्होंने कहा कि गयाजी व बनारस को शास्त्रीय संगीत के लिए धरोहर के रूप में हमेशा पूजा जायेगा. संगीत यहां रोम-रोम में बसा है. शास्त्रीय संगीत के कार्यशाला के आयोजन से अपनी संस्कृति को बचाये रखने में नयी पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी. कार्यक्रम की अध्यक्षता व स्वागत भाषण ट्रस्ट के अध्यक्ष केके नारायण, धन्यवाद ज्ञापन ट्रस्टी रॉय मदन किशोर ने किया. कार्यक्रम में इनके अलावा रजनीश कुमार झुन्ना, रजनीश सहित कई बुद्धिजीवी, कलाकार, संगीतज्ञ, समाजसेवी वह करीब 50 की संख्या में प्रतिभागी उपस्थित थे. कार्यशाला के पहले दिन प्रतिभागियों को बेसिक रागों की जानकारी दी गयी. मालूम हो कि इस कार्यशाला का समापन 23 जून को होगा. समापन पर ट्रस्ट के पूर्व सचिव रहे स्वर्गीय रवि आचार्या की स्मृति पर स्मरणांजलि ””मल्हार महोत्सव”” का आयोजन किया जायेगा. सात दिवसीय शास्त्रीय गायन कार्यशाला में स्थानीय कलाकारों के अलावा बिहार के दूसरे जिलों के साथ-साथ दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे, झारखंड, छत्तीसगढ़ व असम के कलाकार भाग ले रहे हैं.
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