15.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 09:07 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सूख रही हैं लताएं, महंगी सब्जियों के दर में गिरावट नहीं

Advertisement

आग उगलने वाली गर्मी से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. गर्मी की वजह से बाजार में हरी सब्जियों के बढ़े भाव स्थिर हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

आग उगलने वाली गर्मी से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. गर्मी की वजह से बाजार में हरी सब्जियों के बढ़े भाव स्थिर हैं. बारिश नहीं होने से चिलचिलाती धूप से सूखी हुई सब्जी की लताओं में जान नहीं दिख रही है और सब्जियों के उत्पादन में भारी गिरावट है. अधिकतर हरी सब्जियों के भाव प्रति किलो 30 रुपये है. इतना ही नहीं 10 दिनों के भीतर हरी सब्जियों की कीमत चढ़ गयी है. इन क्षेत्रों में सब्जी का उत्पादन

बाजार में अधिकतर हरी सब्जियों के भाव 30 रुपये प्रति किलो पर स्थिर है, जो कि पिछले दो साल पहले इस समय दोगुने से कम भाव में मिल रहे थे. दो साल से प्री मानसून में बारिश नहीं हो रही और आग उगलने वाली गर्मी पड़ रही है. इससे सब्जी का उत्पादन पहले से घट गया है. सब्जी दुकानदार मुन्ना ने बताया कि भागलपुर के स्थानीय क्षेत्र धनकर, जीछो-सरधो, नसरतखानी समेत दियारा क्षेत्रों से हरी सब्जियों की आवक होती है. एक-डेढ़ माह पहले तक दूसरे प्रांतों से सब्जियां आ रही थी. यहां की फसल जब बाजार में आने से सब्जियों के भाव 15 रुपये किलो तक हो गये थे, वहीं सब्जियों की लताएं सूखने से सब्जी का उत्पादन 50 से 60 फीसदी तक घट गया और सब्जियों के भाव चढ़ने लगे.

दूसरे सब्जी दुकानदार सह किसान नित्यानंद मंडल ने बताया कि सब्जी उत्पादन में काफी खर्च हो रहा है. बिचौलिये के कारण कोई मुनाफा नहीं हो पाता है. ऐसे में खुद ही सब्जी की खेती करते हैं और बाजार आकर खुद ही बेचते हैं. हाई लेबल के समीप सब्जी की खेती करते हैं. पहले जिस कद्दू को 10 से 15 रुपये पीस बेचते थे. लत सूखने के बाद कम उत्पादन के कारण 20 से 30 रुपये पीस तक बेचना पड़ रहा है. कई स्थानों पर यही कद्दू 40 रुपये पीस तक बिक रहे हैं. परोल पहले 10 से 15 रुपये किलो तक पहुंच गया था, लेकिन अभी 20 से 25 रुपये किलो तक पहुंच गया. भिंडी 15 से बढ़कर 20 से 30 रुपये किलो तक बिकने लगे हैं. खीरा 40 से 60 रुपये किलो तक, टमाटर 30 से 60 रुपये किलो, पत्तागोभी 30 रुपये किलो, करेली 40 रुपये किलो, बैगन 40 से 50 रुपये किलो, हरी मिर्च 40 रुपये किलो से बढ़कर 60 रुपये किलो हो गये हैं.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें