मुजफ्फरपुर.
वैशाख शुक्ल पूर्णिमा 23 मई को है. यह दिन जगत के पालनकर्ता श्री हरि विष्णु भगवान की भक्ति के लिए उत्तम माना जाता है. इसे बुद्ध पूर्णिमा या पीपल पूर्णिमा भी कहा जाता है. इस दिन भगवान बुद्ध की जयंती और उनका निर्वाण दिवस भी मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सनातन धर्म में पूरे वैशाख माह को ही श्री नारायण की भक्ति के लिए उत्तम मास माना गया है. इस कारण श्रद्धालु पवित्र तीर्थ स्थलों में स्नान व दान कर पुण्य अर्जित करते हैं.पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्त्व है. इस दिन नदी-तालाबाें में स्नान कर दान-पुण्य के साथ मंदिराें में पूजा-अर्चना भी करते हैं. बुद्ध पूर्णिमा के दिन बोधगया में दुनियाभर से बौद्ध धर्म मानने वाले जुटते हैं. बोधि वृक्ष की पूजा हाेती है. मान्यता है कि इसी वृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है