27.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 02:06 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

ब्लड बैंक का चार वर्ष से लाइसेंस फेल

Advertisement

सदर अस्पताल परिसर में वर्तमान में मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल में संचालित हो रहा है. सदर अस्पताल का ब्लड बैंक का लाइसेंस पिछले चार साल पहले फेल हो चुका है

Audio Book

ऑडियो सुनें

फोटो 15 डालपीएच-5

शिवेंद्र कुमार, मेदिनीनगर

सदर अस्पताल परिसर में वर्तमान में मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल में संचालित हो रहा है. सदर अस्पताल का ब्लड बैंक का लाइसेंस पिछले चार साल पहले फेल हो चुका है. इसके बाद भी संचालित किया जा रहा है. 10 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान एनएमसी ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को इस मामले की जानकारी दी. मेडिकल कॉलेज में नये सत्र में नामांकन को लेकर मेडिकल कॉलेज की ओर से सभी जानकारी आनलाइन एनएमसी भेजी गयी थी. जिसमें इस बात का जिक्र किया था कि सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक का लाइसेंस 30 सितंबर 2020 को ही फेल कर चुका है. जिसके बाद अभी तक लाइसेंस कर रिन्यूअल नहीं हुआ है. जबकि छह हजार रुपये लाइसेंस फीस के नाम पर व डेढ़ हजार रुपया इंस्पेक्शन फीस के नाम पर चालान से सात सितंबर 2020 को जमा किया जा चुका है. इसे लेकर एनएमसी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है. एनएमसी के अधिकारी का कहना है कि पिछले चार साल बीतने के बाद भी लाइसेंस का नवीकरण नहीं होना घोर लापरवाही है. इस मामले में 12 लाख जुर्माना भी लगाया जायेगा. टीम द्वारा ब्लड बैंक की जांच की गयी थी. जिसमें 12 कमियां पायी गयी.जांच के क्रम में पाया गया कि ब्लड बैंक में एलिजा मशीन अभी तक नहीं लगाया गया है. एलिजा मशीन द्वारा ब्लड के संक्रमण के बारे में जांच की जाती है. जिन लोगों द्वारा ब्लड दिया जा रहा है. एलिजा मशीन के जरिये जांच में एचआइवी व हेपेटाइटिस से संक्रमित पाये जाने पर संबंधित ब्लड को डोनेट नहीं किया जा सकता है. साथ ही ब्लड स्टोरेज होने पर उसमें अलार्मिंग सिस्टम भी यहां नहीं लगा हुआ था. थर्मोग्राफी की भी सुविधा नहीं थी. काउंसलर, प्लान लेआउट भी नहीं पाया गया था. जिसे पूरा करने का निर्देश दिया गया था. जबकि पूर्व में पलामू के सिविल सर्जन ने सात सितंबर 2020 को राज्य औषधि नियंत्रक निदेशालय के निदेशक को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी गयी थी कि सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक की अवधि 30 सितंबर 2020 को समाप्त होने वाला है. नवीकरण के लिए कार्रवाई के लिए भेजी जा रही है. लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी अभी तक सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक का लाइसेंस का नवीकरण नहीं हो सका है.

जांच रिपोर्ट भेज दी गयी हैः ड्रग इंस्पेक्टर

पलामू के ड्रग इंस्पेक्टर चंदन कुमार कश्यप ने बताया कि तीन अप्रैल को ईस्ट जोन कोलकाता के केंद्रीय ड्रग इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार के नेतृत्व में जांच की गयी थी.रिपोर्ट भेज दी गयी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें