22.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 12:19 pm
22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

चक्रधरपुर : तीन माह से टीबी मरीजों को नहीं मिल रही दवा

Advertisement

चक्रधरपुर अनुमंडल में यक्ष्मा मरीजों की संख्या 450 से अधिक है. तीन माह दवा की जगह बमुश्किल से 5 से 10 दिनों की मिल रही दवा दी जा रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

चक्रधरपुर.

अनुमंडल अस्पताल के यक्ष्मा रोग विभाग में पिछले तीन माह से रोगियों को मिलने वाली दवाइयां न के बराबर सप्लाई हो रही है. इससे मरीजों को एक साथ दो माह की दवा देने की बजाय मात्र 5 से 10 दोनों की ही दवा दी जा रही है. इससे मरीजों को कंटीन्यू छह माह तक खाने वाली दवाइयाें को बीच-बीच में रोकना पड़ रहा है. इससे समय पर मरीज ठीक नहीं हो पा रहे हैं. चक्रधरपुर अनुमंडल में 450 से अधिक यक्ष्मा मरीज हैं. इन सभी मरीजों को अनुमंडल अस्पताल से ही दवाइयां उपलब्ध होती है. लेकिन अस्पताल में दवाइयां की सप्लाई न के बराबर होने से मरीजों के सामने विकट स्थिति उत्पन्न होने लगी है. अनुमंडल अस्पताल जिला यक्ष्मा विभाग से मरीजों के लिए उपयुक्त मात्रा में दवाइयां मांगी जाती है. लेकिन दवाइयां की सप्लाई कम हो रही है.

अस्पताल में सामान्य मरीजों के साथ रहते हैं यक्ष्मा के रोगी

चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में अलग से यक्ष्मा मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था नहीं है. इस कारण अस्पताल के सामान्य वार्ड में ही यक्ष्मा मरीजों को रखा जाता है. इससे सामान्य मरीजों में भी यक्ष्मा रोग संबंधित संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है.

यक्ष्मा की दवाइयाें की सप्लाई कम : मनोज सामड

अनुमंडल अस्पताल के यक्ष्मा रोग के वरीय चिकित्सा पर्यवेक्षक मनोज कुमार सामड ने कहा कि पिछले तीन माह से जिला से ही दवाइयां कम मात्रा में भेजी जा रही है. इसके कारण रोगियों को छह माह की जगह मात्र 5 से 10 दोनों की दवाई दी जा रही है. उन्होंने कहा कि मरीजों की संख्या को देखते हुए यथाशीघ्र पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध करायी जाये. ताकि रोगियों की बढ़ती संख्या को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि अनुमंडल अस्पताल में अलग से यक्ष्मा मरीजों को रखने के लिए वार्ड नहीं है. जिसके कारण सामान्य मरीजों के साथ ही यक्ष्मा मरीजों को रखा जाता है. लेकिन सामान्य मरीजों को घबराना नहीं है. क्योंकि एक सप्ताह का दवाई खाने के बाद यक्ष्मा मरीजों से संक्रमण फैलने का खतरा न के बराबर हो जाता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें