30.1 C
Ranchi
Saturday, March 1, 2025 | 05:30 pm
30.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कैंपस : राष्ट्र निर्माण में मजदूरों का बहुत बड़ा योगदान : केसी सिन्हा

Advertisement

विश्व श्रमिक दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को पटना लॉ कॉलेज के आइक्यूएसी की ओर से व्याख्यान का आयोजन किया गया. व्याख्यान का विषय सामाजिक न्याय और सभ्य कार्य रखा गया था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

-पटना लॉ कॉलेज के आइक्यूएसी की ओर से व्याख्यान का आयोजन

संवाददाता, पटना

विश्व श्रमिक दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को पटना लॉ कॉलेज के आइक्यूएसी की ओर से व्याख्यान का आयोजन किया गया. व्याख्यान का विषय सामाजिक न्याय और सभ्य कार्य रखा गया था. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केसी सिन्हा ने कहा कि मजदूर एक राष्ट्रीय संपत्ति हैं और राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान बहुत बड़ा है. उन्होंने कहा कि संगठित क्षेत्र में श्रमिकों और प्रबंधन के बीच टकराव स्पष्ट रहता है और इसके समाधान के लिए सहकारी दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए. असंगठित क्षेत्र में पर्याप्त कार्य अवधि में श्रमिकों की मांग को पूरा किया जाना चाहिए, ताकि उनकी कमाई में वृद्धि हो सके. समारोह के विशिष्ट अतिथि धर्मदास शुक्ला, क्षेत्रीय संगठन मंत्री (बिहार-झारखंड), भारतीय मजदूर संघ की ओर से कहा गया कि मजदूरों में पूरी दुनिया को एकजुट करने की अंतर्निहित ताकत और क्षमता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि श्रमिकों को न्यूनतम वेतन नहीं बल्कि जीवन निर्वाह वेतन की गारंटी दी जानी चाहिए और उन्हें सामाजिक सुरक्षा भी सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मजदूरों का कोई धर्म, जाति, नस्ल आदि नहीं होता है और उनके साथ किसी भी कीमत पर भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि ट्रेड यूनियन इस दिशा में क्या भूमिका निभा सकते हैं, इस पर भी विचार करने की आवश्यकता है. वहीं प्रो डॉ नवल किशोर चौधरी ने शिकागो के उन 10 श्रमिकों को विनम्र श्रद्धांजलि दी जिनकी 1886 में अपने समकक्षों के लिए काम के निश्चित आठ घंटों की मांग करने पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. उन्होंने कहा कि मजदूरों की स्थिति तभी सुधरेगी जब वे एकजुट होकर अपने हितों के लिये अपनी आवाज बुलंद करेंगे. समारोह में पटना लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो डॉ वाणी भूषण ने मजदूरों से संबंधित प्रासंगिक मुद्दे पर अपने अमूल्य विचारों के लिए प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह के आयोजन श्रम कानूनों के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ इसके ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के बारे में ज्ञान प्रदान करने और प्रसारित करने के लिये लाभदायक है. समारोह में कॉलेज के शिक्षक डॉ बीरेंद्र कुमार गुप्ता, डॉ वीरेंद्र पासवान, प्रो डॉ मो शरीफ, डॉ शिव शंकर सिंह, डॉ सलीम जावेद, रविंद्र कुमार, रुचि सिंह व अन्य शिक्षक मौजूद रहे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर