17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

केमिकल से पकाकर बेचे जा रहे फल, सेहत के खतरे को लेकर अफसरों ने दी चेतावनी

Advertisement

खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुदामा चौधरी बताते हैं कि केमिकल में फलों को पकाने पर प्रतिबंध है. शहर में फलों का सैंपल लेकर जांच की जायेगी. जांच में केमिकल पाये जाने पर फलों की आपूर्ति करने वालों पर कार्रवाई होगी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुजफ्फरपुर फल स्वास्थ्य के लिये बहुत लाभदायक हैं, लेकिन वही फल जब केमिकल से पकाया गया हो तो व्यक्ति की सेहत खराब हो सकती है. कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बना रह सकता है. इन दिनों गर्मी का सीजन शुरू होते ही बाजार में कई तरह के फल आ गये हैं, जो दिखने में तो अच्छे और पके होते हैं, लेकिन प्राकृतिक रूप से पका है या उसे केमिकल में पकाया गया है, यह पता नहीं चलता. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के नियमानुसार फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड के उपयोग पर प्रतिबंध है. यहां तक कि इसकी बिक्री, खरीद और भंडारण पर भी सजा का प्रावधान है. इसके बावजूद फलों को पकाने में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. इसको लेकर एफएसएसआई ने उपभोक्ताओं को आगाह किया है. आजकल लाल गुदा वाले तरबूज बाजार में बहुतायत है, लेकिन इनमें से कुछ केमिकल युक्त भी हो सकते हैं. तरबूज के अंदर इंजेक्शन एफएसएसआइ के अनुसार तरबूज के अंदर इंजेक्शन से एरिथ्रोसिन केमिकल डाला जाता है. यह एक तरह की लाल डाई है, जो सेहत के लिये हानिकारक है. उपभोक्ताओं को इससे बचने की सलाह दी गयी है. कार्बाइड और एथिलीन में पका केला और पपीता हानिकारक केला भी समय से पहले पकाने के लिये कार्बाइड और एथिलीन गैस का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं पपीता के लिये कार्बाइड का इस्तेमाल किया जाता है़ केमिकल में पका केला और पपीता खाने से पाचन तंत्र को अधिक मेहनत करनी पड़ती है. जिससे अपज और अल्सर का खतरा रहता है. इसके अलावा ये फल शरीर के लाभकारी बैक्टीरिया को भी नष्ट कर देते हैं. इससे शरीर का प्रतिरोधी तंत्र भी कमजोर हो जाता है. किडनी, लीवर की बीमारियों का रहता है खतरा कैल्शियम कार्बाइड के पानी के संपर्क में आने पर जहरीली गैस निकलती है. फिजिशियन डॉ राजेश कुमार बताते हैं कि केमिकल में फल पकाने से यह प्रभावित हो जाता है. इसके खाने से किडनी, लिवर और स्नायु तंत्र की बीमारियां होने का अधिक खतरा रहता है. चक्कर आना, सिरदर्द, दिमागी सूजन, मिर्गी होने की भी आशंका रहती है क्या कहते हैं अधिकारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुदामा चौधरी बताते हैं कि केमिकल में फलों को पकाने पर प्रतिबंध है. शहर में फलों का सैंपल लेकर जांच की जायेगी. जांच में केमिकल पाये जाने पर फलों की आपूर्ति करने वालों पर कार्रवाई होगी. – ,

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें